आज के समय में साइबर सेक्योरिटी एक प्रमुख मुद्दा है और इसके जरिए हर किसी कोधमकी देने की क्षमता है. हर दिन नए मैलवेयर बनाए जाते हैं और अनगिनत सोशल मीडिया अकाउंट डेली बेसिस पर हैकर्स का शिकार होते हैं. यह देखते हुए कि लोग कितनी बार सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, यह एक बड़ी समस्या है. आज के अडवांस समय में सोशल मीडिया अकाउंट हैक करने और सायबर क्राइम की खबरें अक्सर सुनने को मिलती रहती हैं. कभी किसी की फोटोज उनके सोशल मीडिया अकाउंट से चुराकर उसका गलत इस्तेमाल किया जाता है. कभी कभी उसके साथ छेड़-छाड़ कर उसका गलत इस्तेमाल किया जाता है. इन सब चीजों का शिकार आप भी हो सकते हैं अगर आपने अपने सोशल मीडिया अकाउन्ट्स को सेक्योर नहीं किया तो. इसलिए आपके सोशल मीडिया अकाउन्ट्स को हैकर्स से बचाने के हम आपके लिए ले आए हैं कुछ सुरक्षित तरीके. यह भी पढ़ें: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी का अकाउंट हुआ हैक, किए गए आपत्तिजनक ट्वीट
स्ट्रोंग पासवर्ड डालें: सोशल मीडिया अकाउन्ट्स को सुरक्षित करने का पहला स्टेप एक मजबूत पासवर्ड बनाना है. ग्रेट पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल हर कोई अपने सोशल मीडिया खातों को सुरक्षित रखने के लिए उपयोग कर सकता है. मजबूत पासवर्ड में अपर केस लेटर, लोअर केस लेटर, नंबर और सिंबल होने चाहिए. जिसके बाद अडवांस पासवर्ड मैनेजर उन्हें सुरक्षित रख सकते हैं, उन्हें हैकर्स से छिपा सकते हैं.
डेली बेसिस पर पासवर्ड चेंज करें: नियमित रूप से सोशल मीडिया खातों के लिए पासवर्ड को रोटेट करना महत्वपूर्ण है. शेड्यूल अपनाने की कोशिश करें और हर 60 या 90 दिनों में पासवर्ड चेंज करते रहें. अगर किसी के सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो गए हैं, तो उन्हें तुरंत अपने पासवर्ड बदलने चाहिए.
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन पर भरोसा करें: जब संभव हो, हर सोशल मीडिया अकाउंट के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें. बहुत सारे ऐप दो-कारक प्रमाणीकरण जोड़ रहे हैं, इसलिए इस सुविधा को देखें. इसका मतलब है कि एक पासवर्ड के बजाय अकाउंट एक्सेस करने के दो अलग-अलग तरीके हैं. उदाहरण के लिए, इसमें एक टेक्स्ट मैसेज, फोन कॉल या फिजिकल ईमेल शामिल हो सकता है, जिसे अकाउंट अनलॉक होने से पहले वेरीफाय किया जाता है. इसमें अडवांस मामलों में फिंगरप्रिंट या वॉइस कमांड भी शामिल हो सकते हैं.
स्ट्रांग वीपीएन पर भरोसा करें: लोगों के पास इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग करके जानकारी चुराने के बहुत सारे तरीके हैं. वीपीएन आपके आईपी एड्रेस को मास्किंग करके आपको ऑनलाइन गोपनीयता और गुमनामी प्रदान करेगा. इससे आपका अकाउंट अनट्रेसेबल होगा और आपके सोशल मीडिया खातों को सुरक्षित रख सकता है.
अधिकांश जानकारी ऑफ़लाइन रखें: सोशल मीडिया अकाउन्ट्स फन के लिए हैं, इसमें व्यक्तिगत जानकारी भरने की कोई जरुरत नहीं है.कोई नहीं चाहता कि उनकी निजी जानकारी सोशल मीडिया अकाउंट से चोरी कर ली जाए. इसलिए, सभी व्यक्तिगत जानकारी ऑफ़लाइन रखने का प्रयास करें. इसमें आपके फ़ोन नंबर, ईमेल आईडी, फिजिकल एड्रेस, जन्मदिन और बहुत कुछ शामिल हैं. इसके अलावा, सोशल मीडिया खातों का इस्तेमाल करने के बाद साइन आउट करना न भूलें. पासवर्ड चोरी होने से बचाने के लिए कभी भी पासवर्ड को कॉपी न करें.
सोशल मीडिया अकाउंट्स के लिए एक यूनिक ईमेल एड्रेस का उपयोग करें: सोशल मीडिया अकाउंट्स को हैक करने से बहुत से नुकसान ईमेल एड्रेस को चुराने और अन्य जानकारी को एक्सेस करने के लिए इस्तेमाल करने से होते हैं. ऐसा न होने दें. इसके बजाय, सभी सोशल मीडिया खातों के लिए सेकेंड्री ईमेल आईडी का इस्तेमाल करें. इस तरह अगर ईमेल आईडी चोरी हो जाता है, तो नुकसान कहीं अधिक सीमित है.
अनजान या संक्षिप्त लिंक पर क्लिक न करें: अंत में सोशल मीडिया खातों के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक फ़िशिंग (Phishing) शामिल है. कभी-कभी, ये फ़िशिंग अटैक भी हो सकते हैं, जो किसी एक व्यक्ति को एक कन्विंसिंग ईमेल टार्गेट करने के लिए डिज़ाइन किए गए हो. ध्यान रखें किसी भी अज्ञात या छोटे लिंक पर क्लिक न करें. उन्हें जानकारी चुराने के लिए डिज़ाइन किया जा सकता है. इसके अलावा, यहां तक कि ऐसे लिंक जो आपको परिचित दिखते हैं, उसके URL पर क्लिक न करके कर्सर आगे पीछे करें और सुनिश्चित करें कि वास्तविक लिंक स्क्रीन पर टेक्स्ट से मेल खाता है या नहीं? इससे हैकर्स को सोशल मीडिया अकाउंट्स को एक्सेस करने से रोका जा सकता है.
ये कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं जो हर कोई अपने सोशल मीडिया अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए उठा सकता है. समय से पहले ये कदम उठाने से इन हमलों को होने से रोका जा सकता है. सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपनी ऑनलाइन गतिविधि और पहचान को चोरी होने से बचाएं.