Bengaluru: भारत में Space Sector को मिलेगी नई उड़ान, GalaxEye लॉन्च करेगा पहला Private Commercial Satellite; जानें कहां-कहां होगा इसका फायदा?
GalaxEye Drishti Satellite (Photo- Pixabay)

GalaxEye Drishti Satellite: भारत के स्पेस सेक्टर (Space Sector) को एक नई उड़ान मिलने वाली है. बेंगलुरु स्थित स्पेस-टेक स्टार्टअप GalaxEye ने ऐलान किया है कि वह देश के पहले प्राइवेट कॉर्मशियल सैटेलाइट को लॉन्च करने वाला है. इसका नाम 'दृष्टि’ (Drishti)' रखा गया है, जो साल 2026 की पहली तिमाही में लॉन्च होगा. यह लॉन्च SpaceX के मिशन के जरिए किया जाएगा. GalaxEye के को-फाउंडर और CEO सयश सिंह ने बताया कि कंपनी ने लॉन्च स्लॉट कन्फर्म कर लिया है.

उन्होंने कहा, ''अब सही वक्त है अंतरिक्ष में कदम बढ़ाने का. लगभग 160 किलोग्राम वजन वाला यह सैटेलाइट भारत के प्राइवेट स्पेस सेक्टर के लिए मील का पत्थर साबित होगा.''

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स्पेस डेटा पावरहाउस बनेगा ‘दृष्टि

GalaxEye के CEO सयश सिंह ने बताया कि फिलहाल कंपनी रक्षा मंत्रालय, कृषि मंत्रालय और अन्य सरकारी विभागों से सहयोग को लेकर बातचीत कर रही है. उनका मानना है कि यह सैटेलाइट Indian startups के लिए वैश्विक स्तर पर नई दिशा तय करेगा और देश को "Space Data Powerhouse" बनाने में मदद करेगा.

‘दृष्टि’ सैटेलाइट की खासियत?

‘दृष्टि’ सैटेलाइट की सबसे खास बात है इसका अनोखा "SyncFused OptoSAR" इमेजिंग सिस्टम, जिसे GalaxEye ने खुद विकसित किया है. यह टेक्नोलॉजी एक साथ ऑप्टिकल और सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) डेटा को जोड़कर बेहद सटीक इमेज तैयार करती है. यह दुनिया में अपनी तरह की पहली तकनीक है, जो एक ही प्लेटफॉर्म पर दोनों डेटा को सिंक्रनाइज करती है.

हाई Resolution के साथ मिलेगा Image

कंपनी का दावा है कि यह सैटेलाइट 1.5 मीटर Resolution के साथ इमेज उपलब्ध कराएगा और हर 7 से 10 दिन में ग्लोबल लेवल पर DATA अपडेट करेगा. ‘दृष्टि’ का आकार लगभग 1 क्यूबिक मीटर का है और इसमें 3.5 मीटर लंबा एंटीना लगाया गया है.

कई क्षेत्रों में क्रांति लाएगा ‘दृष्टि’ सैटेलाइट

GalaxEye का कहना है कि यह सैटेलाइट कई क्षेत्रों में क्रांति लाएगा. इससे Border Surveillance, Defence, Disaster Management, Infrastructure Monitoring, Agriculture, Financial Analysis और Insurance Valuation जैसे क्षेत्रों में रियल-टाइम डाटा मिलेगा. इससे प्राकृतिक आपदाओं से निपटने और कृषि उत्पादन सुधारने में बड़ी मदद मिलेगी.

कैसा है GalaxEye का बैकग्राउंड?

कंपनी ने अब तक लगभग 500 एरियल टेस्ट फ्लाइट्स ड्रोन, छोटे विमानों और हाई-एल्टीट्यूड प्लेटफॉर्म्स के जरिए पूरी की हैं. इससे पहले GalaxEye का एक पेलोड ISRO के PSLV मिशन (POEM) में भी सफलतापूर्वक लॉन्च हो चुका है.