मुंबई, 2 दिसंबर: सूर्य के चारों ओर परिक्रमा कर रहा चट्टान का एक विशाल टुकड़ा जिसे क्षुद्रग्रह 4660 नेरियस (Nereus) के नाम से जाना जाता है, पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है. कहा जा रहा है कि विशाल क्षुद्रग्रह 11 दिसंबर को पृथ्वी के पास से गुजरेगा. क्षुद्रग्रह 4660 नेरेस की खोज 1982 में की गई थी और तब से नासा इसकी निगरानी कर रहा है. नासा के अनुसार, विशाल क्षुद्रग्रह लगभग 330 मीटर चौड़ी लम्बी चट्टान है और इसके अगले सप्ताह पृथ्वी के 2.5 मिलियन मील के भीतर आने की उम्मीद है, जो पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी का लगभग 10 गुना है. यह पिछले 20 वर्षों में सबसे करीब है. यह भी पढ़ें: Asteroid Day 2021: आज मनाया जा रहा है स्टेरॉइड डे, संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्वीकृत इस दिन का जानें महत्व और इतिहास
क्षुद्रग्रहों के एक वैज्ञानिक और आर्थिक डेटाबेस एस्टरैंक के अनुसार, 4660 Nereus में लोहा, निकल और कोबाल्ट होने की संभावना है, जिसकी कीमत लाखों डॉलर हो सकती है. नासा ने क्षुद्रग्रह 4660 Nereus को एक निकट-पृथ्वी वस्तु (NEO) के रूप में और इसके आकार और पृथ्वी के निकट होने के कारण संभावित खतरे के रूप में चित्रित किया है. NEO को किसी भी छोटे सौर मंडल निकाय के रूप में वर्णित किया जाता है, मुख्य रूप से धूमकेतु और क्षुद्रग्रह, जो पृथ्वी की निकटता के करीब से गुजरते हैं.
हालांकि, क्षुद्रग्रह सुरक्षित दूरी से पृथ्वी के पास से गुजरेगा. शोधकर्ताओं ने 4660 Nereus को पृथ्वी के अनुकूल पैमाने में वर्गीकृत किया है, जिसका अर्थ है कि क्षुद्रग्रह नुकसान का कारण बनने के लिए पर्याप्त करीब नहीं होगा. दिलचस्प बात यह है कि नासा ने 24 नवंबर को डबल क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन परीक्षण (DART) नामक एक क्षुद्रग्रह के पाठ्यक्रम को बदलने के लिए अपना मिशन शुरू किया था. इसे नासा की तरफ से बेहद खतरनाक ऐस्टरॉइड की श्रेणी में रखा गया है. नासा के ऐस्टरॉइड मॉनिटर विभाग के अनुसार, यह ऐस्टरॉइड 11 दिसंबर को पृथ्वी के करीब आ जाएगा.