Paytm Layoffs, Termination: पेटीएम में छंटनी से नाराज कई कर्मचारियों ने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के पास शिकायत दर्ज कराई है. अपनी शिकायत में उन्होंने फिनटेक प्रमुख द्वारा 'अनैतिक और अनुचित व्यवहार' का आरोप लगाया गया है. 1 जून से 12 जून के बीच छंटनी से प्रभावित ये कर्मचारी बहाली की मांग कर रहे हैं. मनीकंट्रोल वेबसाइट में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पेटीएम की छंटनी से प्रभावित लोगों की सही संख्या की पुष्टि नहीं की जा सकी, लेकिन वे लगभग 50 हो सकते हैं.
कर्मचारियों का आरोप है कि पेटीएम ने बिना किसी औचित्य या मुआवजे के उन्हें नौकरी से निकाल दिया. उनका कहना है कि अगर श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में उनकी बात नहीं सुनी गई तो वह अदालत में अपनी गुहार लगाएंगे.
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छंटनी से नाराज पेटीएम कर्मचारियों को मिला कांग्रेस का साथ
Newsreports say Paytm has sacked professionals in violation of their contractual obligations.
Are you an Ex-Paytm Professional?
Were you forced to resign without compensation?
All India Professionals' Congress will fight for your cause.
Reach out to us: https://t.co/I2UacwS96Z pic.twitter.com/gUFUzHdE2o
— AIPC (@ProfCong) June 19, 2024
वहीं, अखिल भारतीय व्यावसायिक कांग्रेस (AIPC), जो कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की एक शाखा है, ने पेटीएम की छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों कोसाथ देने की बात कही है. AIPC ने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि समाचार रिपोर्टों में कहा गया है कि पेटीएम ने अपने अनुबंध संबंधी दायित्वों का उल्लंघन करते हुए पेशेवरों को नौकरी से निकाल दिया है. क्या आप पूर्व पेटीएम पेशेवर हैं? क्या आपको बिना किसी मुआवजे के इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया? ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस आपके मुद्दे के लिए लड़ेगी. AIPC ने उन तक पहुंचने के लिए एक लिंक भी प्रदान किया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने आगे बड़े पुनर्गठन की घोषणा की है. इसके परिणामस्वरूप कर्मचारियों की संख्या में और भी कटौती होगी. इस बार पेटीएम की छंटनी से कथित तौर पर हजारों कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं. पुनर्गठन के माध्यम से कर्मचारियों की संख्या कम करके, पेटीएम कथित तौर पर सालाना 400 से 500 करोड़ रुपये की बचत करेगा. पेटीएम-पैरेंट वन97 कम्युनिकेशंस ने कहा कि यह पुनर्गठन के दौरान इस्तीफा देने वाले कर्मचारियों को आउटप्लेसमेंट प्रदान करेगा. बता दें, फिनटेक प्रमुख ने हाल ही में 31 मार्च को समाप्त तिमाही के लिए लगभग 550 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था.