सैन फ्रांसिस्को: फेसबुक ने गुरूवार को माना कि कंप्यूटर नेटवर्क पर हुए साइबर हमले के कारण लगभग 50 मिलियन यूजर्स की जानकारियां लीक हो गई है. सोशल मीडिया जायंट को इस हमले का पता इसी हफ्ते लगा. जिसके बाद इस चूक को सही किया गया.
फेसबुक के मुताबिक हमलावरों ने फेसबुक के सिक्यूरिटी कोड में एक फीचर से छेड़छाड़ कर यूजर्स के खातों को अपने कब्जे में ले लिया था. जिसका पता चलते ही कंपनी ने सफलतापूर्वक त्रुटि को दूर कर दिया. और मामलें को लॉ इन्फोर्समेंट को सौंप दिया है.
फेसबुक ने शुक्रवार की सुबह करीब 90 मिलियन से अधिक फेसबुक यूजर्स को अकाउंट से लॉग आउट कर दोबारा लॉगिन करने के लिए कहा. जिससे डेटा लीक की संभावनाओं को कम किया जा सके.
इससे पहले फेसबुक ने स्वीकार किया था कि यूजर्स द्वारा सुरक्षा उद्देश्यों के लिए दिए गए फोन नंबरों का इस्तेमाल वह उन्हें विज्ञापन के लिए लक्षित करने में कर रही है. टेकक्रंच की रिपोर्ट में फेसबुक के प्रवक्ता के हवाले से बताया गया, "हम लोगों द्वारा दी गई जानकारी का प्रयोग फेसबुक पर बेहतर और अधिक वैयक्तिक अनुभव मुहैया कराने के लिए करते हैं, जिसमें विज्ञापन भी शामिल है."
रिपोर्ट में कहा गया कि फेसबुक ने उन नंबरों का प्रयोग किया, जो यूजर्स उसे टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2एफए) के लिए मुहैया कराते हैं. यह एक सुरक्षा तकनीक है जो खातों के सुरक्षित रखने के लिए ऑथेंटिकेशन की दूसरी परत मुहैया कराती है.
फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा, "हम स्पष्ट हैं कि हम किस प्रकार से जानकारियां इकट्ठा करते हैं, जिसमें लोगों द्वारा अपने खातों में डाले गए फोन नंबर भी शामिल हैं. आप अपने खाते में डाले गए नंबर और निजी जानकारियों को किसी भी समय डिलीट कर सकते हैं."