ऑफलाइन खुदरा में भारतीय टेलीकॉम बाजार की 36 प्रतिशत मूल्य वृद्धि
दूरसंचार बाजार के जीएफके विशेषज्ञ कार्तिक वासुदेवन ने कहा, "2022 में, भारत ने स्मार्टफोन, कोर वियरेबल्स और टीडब्ल्यूएस मोबाइल हेडसेट सहित पिछले वर्ष की समान अवधि में दो अंकों की राजस्व वृद्धि दर्ज की." उपभोक्ता की जरूरतों में बदलाव और बदलती जीवनशैली टियर 3 और नीचे के शहरों में स्मार्ट उपकरणों को अपनाने पर जोर दे रही है
नई दिल्ली, 9 मार्च: भारतीय दूरसंचार बाजार ने पिछले साल ऑफलाइन रिटेल में 36 प्रतिशत मूल्य वृद्धि देखी और 2023 घरेलू दूरसंचार बाजार के लिए मूल्य-संचालित विकास के साथ स्थिर रहने की उम्मीद है. गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. मार्केट इंटेलिजेंस फर्म जीएफके की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक दूरसंचार बाजार 2021 की तुलना में राजस्व में 2022 में 9.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ. यह भी पढ़ें: Google Plans For Promotion: 2023 में कम कर्मचारियों को वरिष्ठ पदों पर पदोन्नत करेगा गूगल
दूरसंचार बाजार के जीएफके विशेषज्ञ कार्तिक वासुदेवन ने कहा, "2022 में, भारत ने स्मार्टफोन, कोर वियरेबल्स और टीडब्ल्यूएस मोबाइल हेडसेट सहित पिछले वर्ष की समान अवधि में दो अंकों की राजस्व वृद्धि दर्ज की." उपभोक्ता की जरूरतों में बदलाव और बदलती जीवनशैली टियर 3 और नीचे के शहरों में स्मार्ट उपकरणों को अपनाने पर जोर दे रही है, जिसने 2022 में स्मार्टफोन बिक्री इकाई का 50 प्रतिशत योगदान दिया, जबकि पहनने योग्य उपकरणों के लिए इसने 21 प्रतिशत का योगदान दिया था. वासुदेवन ने कहा, "कुल मिलाकर, दूरसंचार बाजार के विकास का अगला स्तर प्रीमियम हैंडसेट, 5जी और पहनने योग्य उपकरणों द्वारा संचालित होगा."
फैबलेट सहित स्मार्टफोन श्रेणी में जनवरी से दिसंबर 2022 तक पिछले वर्ष की तुलना में मांग में 15 प्रतिशत वृद्धि देखी गई. स्मार्टफोन का औसत बिक्री मूल्य (एएसपी) 17,032 रुपये था, जो 2021 के मुकाबले 17 फीसदी अधिक था. इसी तरह 2022 में 5जी मॉडल के राजस्व योगदान के 44 प्रतिशत तक बढ़ने के साथ, प्रीमियम उपकरणों की मांग में भी वृद्धि हुई. वहीं, 2022 में 256 जीबी से अधिक की बड़ी स्टोरेज क्षमता वाले उपकरणों के राजस्व में 122 प्रतिशत की वृद्धि हुई. वीयरेबल्स भारत में अपने ऊपर की ओर बढ़ना जारी रहा और ऑफलाइन खुदरा क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में मूल्य के मामले में 127 प्रतिशत की वृद्धि हुई.