Wrestlers Protest: दिल्ली पुलिस ने बताया- जांच के तहत एक महिला पहलवान को डब्ल्यूएफआई कार्यालय ले जाया गया

हालांकि, भ्रम की स्थिति तब पैदा हुई जब रिपोर्ट प्रसारित होने लगी कि महिला पहलवान को बृज भूषण के घर ले जाया गया है. इस तरह की खबरों का खंडन करते हुए नई दिल्ली डीसीपी ट्विटर के माध्यम से स्पष्ट किया, महिला पहलवान के बृज भूषण सिंह के घर जाने की बात को लेकर झूठी अफवाहें फैलाई जा रही हैं. कृपया अफवाहों पर ध्यान न दें.

Brij Bhushan Sharan Singh | Photo: Facebook

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस शुक्रवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली छह शिकायतकर्ताओं में से एक को दिल्ली में डब्ल्यूएफआई के कार्यालय ले गई. पहलवान को कार्यालय जांच के विषय में ले जाया गया. दिल्ली के 21 अशोक रोड पर स्थित डब्ल्यूएफआई का कार्यालय, बृज भूषण के आधिकारिक आवास के पास है. सूत्रों के अनुसार, शिकायतकर्ता स्वेच्छा से जांच प्रक्रिया के हिस्से के रूप में पुलिस के साथ गई और सीन री-क्रिएशन में भाग लिया.

हालांकि, भ्रम की स्थिति तब पैदा हुई जब रिपोर्ट प्रसारित होने लगी कि महिला पहलवान को बृज भूषण के घर ले जाया गया है. इस तरह की खबरों का खंडन करते हुए नई दिल्ली डीसीपी ट्विटर के माध्यम से स्पष्ट किया, महिला पहलवान के बृज भूषण सिंह के घर जाने की बात को लेकर झूठी अफवाहें फैलाई जा रही हैं. कृपया अफवाहों पर ध्यान न दें. दिल्ली पुलिस महिला पहलवान को जांच के लिए डब्ल्यूएफआई के कार्यालय ले गई थी. Wrestlers Protest: अंतरराष्ट्रीय रैफरी जगबीर ने कहा- महिला पहलवानों के प्रति बृजभूषण का अनुचित बर्ताव देखा हैं मैंने

यह ध्यान देने योग्य है कि डब्ल्यूएफआई कार्यालय और बृज भूषण का आवास एक ही रोड पर पास-पास हैं. दोनों के बीच एक छोटा सा कमरा, जहां बृज भूषण मीडिया से बातचीत करते हैं, वह एकमात्र ऐसी चीज है जो डब्ल्यूएफआई कार्यालय को उसके प्रमुख के आवास से अलग करती है.

दिल्ली पुलिस ने अप्रैल में डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की थी. पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है. जो पॉक्सो एक्ट के तहत भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के साथ दर्ज की गई है. दूसरी प्राथमिकी वयस्क महिला पहलवानों द्वारा की गई शिकायतों पर केंद्रित है और इसमें शालीनता भंग करने से संबंधित आईपीसी की संबंधित धाराएं शामिल हैं.

इस बीच, सूत्रों ने कहा कि पुलिस इस मामले में सात दिनों की अवधि के भीतर जांच पूरी करने की राह पर है. मामले के संबंध में अब तक 150 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है. हाल ही में इस मामले में शामिल नाबालिग पहलवान के पिता ने आगे दावा किया कि उन्होंने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न की 'झूठी' शिकायत दर्ज कराई है.

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