बॉलीवुड की चकाचौंध हर किसी को अपने तरफ आकर्षित करता है. बॉलीवुड और क्रिकेट खिलाड़ियों का रिश्ता बहुत ही पुराना रहा है. आज के विज्ञापन युग में हर बड़ा भारतीय क्रिकेटर किसी न किसी उत्पाद का प्रचार कर रहा है. लाइट, कैमरा और एक्शन सुनने की चाहत रखने वाले हमारे देश के क्रिकेटर कुछ हद तक इससे अपनी इच्छा पूरी कर लेते हैं, इसके बावजूद कई बड़े क्रिकेटर हैं जो फिल्मी पर्दे पर खुद को दिखाने में कामयाब हो गए. हम आपको 5 ऐसे क्रिकेटरों की फिल्मी करियर की कहानी बताने जा रहे है जो क्रिकेट के साथ साथ पर्दे पर भी अपना प्रदर्शन दिखा चुके है.
पूर्व भारतीय कप्तान अजय जडेजा: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अजय जडेजा को भारत के सफल क्रिकेटरों में से एक गिना जाता हैं. अजय जडेजा ने 2003 में सनी देओल और सुनील शेट्टी की मुख्य भूमिका में आई फिल्म 'खेल' से फ़िल्मी दुनिया में पहली बार कदम रखा. यह फिल्म सिनेमा हाल में कुछ खास कमाल नही दिखा पाई. इसके 5 साल बाद जडेजा फिल्म 'पल पल दिल के साथ' में नजर आये, यह भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई. जडेजा पिछले साल अभिषेक कपूर की फिल्म 'काई पो चे' में भी फ़िल्मी पर्दे पर नजर आए थे.
'लिटिल मास्टर' सुनील गावस्कर: भारतीय क्रिकेट टीम के 'लिटिल मास्टर' कहे जाने वाले सुनील गावस्कर ने क्रिकेट के मैदान पर कई ऐतिहासिक पारियां खेलीं हैं. गावस्कर को क्रिकेट से जुड़े कई सम्मान और अवार्ड्स भी मिले हैं. क्रिकेट के लिटिल मास्टर भी अपने आप को बॉलीवुड की चकाचौंध से बचा नही पाए और 'सावली प्रेमाची' नाम की मराठी फिल्म से फ़िल्मी दुनिया में नई पारी का आगाज किया लेकिन यह फिल्म गावस्कर के होने के बावजूद हिट नहीं हो सकी. इसके बाद गावस्कर ने 1988 में सुपरहिट हिंदी फिल्म 'मालामाल' में गेस्ट की भूमिका में नजर आये थे.
पूर्व कप्तान कपिल देव: भारत को पहला विश्व खिताब दिलाने वाले कपिल पाजी भी क्रिकेट के बाद फ़िल्मी दुनिया में किस्मत आजमाने के लिए उतरे. कपिल देव पहली बार क्रिकेट के ही इर्द-गिर्द घूमती फिल्म 'स्टंप्ड' में काम किया. उन्होंने 2005 में नसीरुद्दीन शाह और गिरीश कर्नाड अभिनीत फिल्म 'इकबाल' में काम किया. इसके अलावा आर्यन, चैन खुली की मैन खुली, मुझसे शादी करोगी जैसी फ़िल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाओ में नजर आए थे.
विनोद कांबली: अपने आक्रामक बल्लेबाजी के लिए मशहूर भारत के पूर्व ओपनर बल्लेबाज विनोद कांबली ने क्रिकेट के बाद फिल्मों में हाथ आजमाने की कोशिश की और 2002 में वह संजय दत्त और सुनील शेट्टी स्टारर फिल्म 'अनर्थ' से फिल्मी करियर की शुरूआत की, उसके बाद 2009 में आई फिल्म 'पल पल दिल के साथ' में वह विनोद कांबली नाम से पर्दे पर नजर आये. विनोद कांबली भी फ़िल्मी पर्दे पर कुछ खास कमाल नही दिखा पाए.
सलिल अंकोला: क्रिकेट में सिक्का नही जमने के बाद सलिल अंकोला ने फ़िल्मी दुनिया हाथ में आजमाने की कोशिश की और 2000 में संजय दत्त की फिल्म 'कुरुक्षेत्र' में इन्होंने पुलिस अफसर का रोल निभाया. उनकी पहली फिल्म जरूर हिट रही लेकिन उसका फायदा उठाने में सलिल कामयाब नहीं रहे. इसके बाद वह पिता, चुरा लिया है तुमने, और साइलेंस प्लीज जैसी फिल्मों में भी काम किया लेकिन उन्हें यहां भी सफलता हाथ नही लगी. सलिल ने बड़े पर्दे के बाद छोटे पर्दे पर भी किस्मत आजमाया लेकिन उनको यहां भी सफलता नही मिली.