Paris Olympics 2024: नीरज चोपड़ा के पास खिताब को डिफेंड कर जैवलिन के 'डॉन ब्रैडमैन' के करीब पहुंचने का मौका

पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा एक बार फिर भारत के लिए पदक के सबसे प्रबल दावेदार हैं. टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2023 में भी गोल्ड मेडल जीता था. इसके अलावा वह डायमंड लीग 2022 में भी गोल्ड जीत चुके हैं. उन्होंने 2022 के एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था.

नीरज चोपड़ा (Photo Credits: @JioCinema)

पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा एक बार फिर भारत के लिए पदक के सबसे प्रबल दावेदार हैं. टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2023 में भी गोल्ड मेडल जीता था. इसके अलावा वह डायमंड लीग 2022 में भी गोल्ड जीत चुके हैं. उन्होंने 2022 के एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था. क्या नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक में अपने खिताब को डिफेंड कर पाएंगे, यह देखना दिलचस्प होगा. ओलंपिक के इतिहास में चेक गणराज्य के महान भाला फेंक खिलाड़ी जान जेलेजनी ने लगातार तीन बार गोल्ड जीतकर सबसे ज्यादा बार अपने खिताब को डिफेंड किया है. वह ओलंपिक के साथ-साथ वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी अपने खिताब को डिफेंड कर रिकॉर्ड बना चुके हैं. जान जेलेजनी को भाला फेंक प्रतियोगिता का डॉन ब्रैडमैन कहा जा सकता है, जिनके रिकॉर्ड को तोड़ना बहुत मुश्किल है. यह भी पढ़ें: ओलंपिक पदक के करीब पहुंच कर भारतीय खिलाड़ियों को मिली निराशा, जानें प्रतियोगिता में कैसा रहा है भारत का इतिहास

हालांकि, नीरज अगर अपने खिताब की रक्षा करने में कामयाब रहते हैं, तो वह जान जेलेजनी के प्रदर्शन के थोड़ा करीब जरूर आ सकते हैं. नीरज से पहले नॉर्वे के एंड्रियास थॉर्किल्डसेन ने 2004 और 2008 में अपने खिताब को डिफेंड किया था. इससे पहले ऐसा प्रदर्शन 1908 और 1912 में एरिक लेमिंग और 1920 व 1924 में फिनलैंड के जॉनी मायरा ने किया था. तब 1924 का ओलंपिक भी पेरिस में ही हुआ था.

इस ओलंपिक में नीरज 90 मीटर की थ्रो को भी छूना चाहेंगे. जान जेलेजनी के नाम ही 98.48 मीटर की थ्रो का वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जो उन्होंने जर्मनी में एथलेटिक्स प्रतियोगिता के दौरान बनाया था. विश्व में टॉप-5 भाला फेंक थ्रो की बात करें, तो तीन स्थानों पर जान जेलेजनी का ही नाम है. नंबर एक के अलावा वह नंबर चार और पांच स्थान पर भी हैं। जर्मनी के जोहानस वेटर 97.76 मीटर और 96.29 मीटर थ्रो फेंकने के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर विराजमान हैं. यानी विश्व में टॉप-5 जैवलिन थ्रो (पुरुष) फेंकने के मामले में सिर्फ दो खिलाड़ियों का ही कब्जा है.

नीरज चोपड़ा टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने वाले केवल दूसरे एथलीट बने थे. इससे पहले अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक में भारत के लिए पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीता था. यह मेडल निशानेबाजी में आया था. टोक्यो ओलंपिक में भारत ने एक गोल्ड, दो सिल्वर और चार कांस्य पदक के साथ कुल सात मेडल जीते थे. भारत ने पेरिस ओलंपिक में 117 खिलाड़ियों का दल भेजा है, जिसमें एथलेटिक्स में सर्वाधिक 29 खिलाड़ी हैं.

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