ओडिशा: माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई करने वाली पर्वातारोही कल्पना दास का शव पहुंचा उनके घर

माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई करने वाली ओडिशा की पहली पर्वातारोही कल्पना दास का शव रविवार को यहां उनके घर लाया गया। दास की मौत 8848 मीटर ऊंचे पर्वत से नीचे आते वक्त करीब 8,600 फीट की ऊंचाई पर 23 मई को हुई।

प्रतीकात्मक तस्वीर (फाइल फोटो)

माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) की चढ़ाई करने वाली ओडिशा (Odisha) की पहली पर्वातारोही कल्पना दास (Kalpana Dash) का शव रविवार को यहां उनके घर लाया गया। दास की मौत 8848 मीटर ऊंचे पर्वत से नीचे आते वक्त करीब 8,600 फीट की ऊंचाई पर 23 मई को हुई। उनके शव को काठमांडू (Kathmandu) से दिल्ली (Delhi) और फिर वहां से यहां बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर लाया गया।

राज्य सरकार ने शव को हवाई अड्डे से स्टेडियम परिसर में ले जाने की सारी व्यवस्था की थी। परिसर में खेल मंत्री तुषरकांति बेहरा ने अपने विभाग के अधिकारियों के साथ दास को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।

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श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बेहरा ने कहा, "कल्पना दाश एक शीर्ष स्तरीय पर्वतारोही थी जिन्होंने राज्य का मान बढ़ाया। उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल और वह सबके लिए एक उदाहरण हैं। यहां तक अपनी मृत्यु के बाद भी वे युवाओं को प्रेरित करती रहेंगी।"

उन्होंने काठमांडू में भारतीय दूतावास, शेरपाओं के खोज एवं बचाव दल और अन्य अधिकारियों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने गंभीर मौसम एवं कठिन इलाकों में शव को ढूंढ़ने के लिए कड़ी मेहनत की और उसे परिवार के सदस्यों तक पहुंचाया।

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ढेंकानाल से ताल्लुक रखने वाली दास राज्य की पहली माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई करने वाली ओडिशा की पहली पर्वातारोही थी। उन्होंने 2008 में पहले पहली बार एवरेस्ट की चढ़ाई की और फिर पूरे यूरोप, दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका और अफ्रीका के कई पहाड़ों पर ट्रैकिंग की।

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