फॉर्मूला वन के चैंपियन ड्राइवर लुइस हैमिल्टन ने भारत के लोगों से मांगी माफ़ी, पर जो बोला वो दिल को झकझोर देगा
एक इंटरव्यू के दौरान फॉर्मूला वन के चैंपियन ड्राइवर लुइस हैमिल्टन ने भारत को गरीब देश कहे जाने पर होने वाली आलोचना के बाद अपनी तरफ से सफाई पेश की है.
एक इंटरव्यू के दौरान फॉर्मूला वन के चैंपियन ड्राइवर लुइस हैमिल्टन ने भारत को गरीब देश कहे जाने पर होने वाली आलोचना के बाद अपनी तरफ से सफाई पेश की है. जी हां फॉर्मूला वन के रेसर ने अपनी सफाई में कुछ ऐसी बातें कही हैं जो भारतीय लोगों को सोचने के लिए मजबूर कर सकती हैं. हैमिल्टन ने अपनी सफाई में कहा कि भारत में फॉर्मूला वन ट्रैक पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बजाय उस पैसे का उपयोग गरीबी दूर करने के लिए किए जाने चाहिए.
कुछ दिनों पहले ही इस फॉर्मूला वन के रेसर द्वारा भारत को गरीब देश कहने से इस खिलाडी कि बहुत आलोचना हो रही थी. दरअसल, लुइस हैमिल्टन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि भारत जैसे गरीब देश में फॉर्मूला वन जैसे महंगे खेल आयोजित नहीं होने चाहिए. उनके इस बयान के बाद से सोशल मीडिया पर उन्हें भारतीयों ने जमकर ट्रोल किया था.
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लुइस हैमिल्टन ने सोशल मीडिया के ही जरिए इस पर अपनी सफाई पेश की है. उनका कहना है, ‘मुझे लगता है कई लोग मेरे बयान से अपसेट हैं. भारत दुनिया में सबसे खूबसूरत देशों में से एक है. तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होने के साथ इसमें बेहद गरीबी भी है. जब मैं गरीबों के बीच से ड्राइव करते हुए फॉर्मूला वन के ऐसे ट्रैक पर पहुंचता हूं जहां पैसा कोई मायने नहीं रखता तो मुझे बड़ा अजीब लगता है. भारत ने करोड़ों रुपए ऐसे ट्रैक पर खर्च कर दिए जिनका अब कोई उपयोग नहीं है. इस पैसे से कई स्कूल और घर बनाए जा सकते थे.’ हैमिल्टन के इस तर्कपूर्ण बयान के बाद से अब लोग उनकी सही भावनाओं को समझ गये हैं,और उनकी तारीफ कर रहे हैं.