Virendra Sehwag on Team India: भारत को अभी से युवा टीम बनानी चाहिए, मैं अगले वर्ल्ड कप में नहीं देखना चाहता सीनियर खिलाडियों का चेहरा- वीरेंद्र सहवाग
मैं अगले विश्व कप में कुछ खराब प्रदर्शन करने वाले सीनियर्स को नहीं देखना चाहता. मुझे उम्मीद है कि चयनकर्ता इसका फैसला करेंगे. लेकिन सवाल यह है कि क्या ये चयनकर्ता अगले वर्ल्ड कप तक टिक पाएंगे? एक चयन पैनल होगा, एक नया प्रबंधन होगा, एक नया दृष्टिकोण होगा, क्या वे बदलेंगे? लेकिन एक बात तय है कि अगर वे अगले विश्व कप में उसी टीम और उसी तेवर के साथ उतरेंगे तो नतीजे भी वही होंगे.
टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारत की हार के बाद दिग्गज खिलाड़ी टीम के प्रदर्शन की कड़ी निंदा कर रहे हैं. जहां कुछ टीम की बल्लेबाजी के तरीके पर सवाल उठा रहे हैं वहीं अन्य का कहना है कि कई सीनियर खिलाड़ी टी20 जैसे प्रारूप में फिट नहीं बैठते. इसी बीच भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने बड़ा बयान दिया है कि वह अगले विश्व कप में मौजूदा टीम में कुछ चेहरों को नहीं देखना चाहते हैं. टी20 विश्व कप का अगला संस्करण 2024 में खेला जाना है. सहवाग का मानना है कि भारत को अभी से इस विश्व कप के लिए युवा टीम तैयार करनी चाहिए. क्रिकबज से बात करते हुए भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज ने कहा, 'मैं मानसिकता के बारे में बात नहीं करूंगा लेकिन मैं खिलाड़ियों में बदलाव जरूर चाहता हूं. मैं अगले विश्व कप में कोई चेहरा नहीं देखना चाहता. यह भी पढ़ें: टी20 वर्ल्ड कप में भारत के पास अभी भी आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम करने की संभावना, जानिए क्या है समीकरण?
2007 के टी20 वर्ल्ड कप में भी ऐसा ही हुआ था. इतने साल खेलने वाले दिग्गज खिलाड़ी उस वर्ल्ड कप में नहीं गए थे. युवाओं का एक समूह गया और किसी ने उनसे उम्मीद नहीं की थी और मैं अगले टी20 विश्व कप के लिए ऐसी ही टीम देखना चाहता हूं, कोई उनसे जीत की उम्मीद नहीं करेगा लेकिन टीम भविष्य के लिए रहेगी. सहवाग ने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन वह उन खिलाड़ियों का जिक्र कर रहे थे, जो 30 साल की उम्र पार कर चुके हैं. इसमें कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, आर अश्विन, दिनेश कार्तिक और कुछ अन्य खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं.
उन्होंने आगे कहा, 'अगर आप अभी से अपने भविष्य के बारे में सोचना शुरू कर दें तो आप दो साल में एक टीम बना सकते हैं. मैं अगले विश्व कप में कुछ खराब प्रदर्शन करने वाले सीनियर्स को नहीं देखना चाहता. मुझे उम्मीद है कि चयनकर्ता इसका फैसला करेंगे. लेकिन सवाल यह है कि क्या ये चयनकर्ता अगले वर्ल्ड कप तक टिक पाएंगे? एक चयन पैनल होगा, एक नया प्रबंधन होगा, एक नया दृष्टिकोण होगा, क्या वे बदलेंगे? लेकिन एक बात तय है कि अगर वे अगले विश्व कप में उसी टीम और उसी तेवर के साथ उतरेंगे तो नतीजे भी वही होंगे.