Olympic 2036 in India: भारत कर सकता है ओलंपिक 2036 की मेजबानी, नीता अंबानी ने कहा- हम इसके बेहद करीब
ओलंपिक खेलों के लिए सबसे अहम रोल गुजरात का होगा. पूरे मास्टर प्लान का खाका तैयार हो चुका है और उसे केंद्र की मंजूरी भी मिल चुकी है.
गुजरात ने 2036 के ओलंपिक खेलों (Olympic 2036) को ध्यान मे रखकर तैयारी शुरू कर दी है. 600 एकड़ जमीन को चिह्नित कर गुजरात सरकार ने ओलंपिक पर काम शुरू कर दिया है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई मे इसकी आधिकारिक घोषणा की थी. पीएम मोदी ने कहा था कि 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत तैयारी कर रहा है.
वहीं अब रिलायंस फाउंडेशन की प्रमुख और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की सदस्य नीता अंबानी ने कहा है कि “वो दिन दूर नहीं जब भारत ओलंपिक खेलों की मेजबानी करेगा. यह हमारा सामूहिक संकल्प हो सकता है जब हम इंडिया हाउस का उद्घाटन करें.”
नीता अंबानी ने पेरिस ओलंपिक 2024 के उद्घाटन समारोह में कहा, “आज, हम यहां पेरिस ओलंपिक खेल 2024 में इकट्ठा हुए हैं, एक सपने के दरवाजे खोलने के लिए. यह सपना 1.4 बिलियन भारतीयों का है. यह सपना है कि भारत ओलंपिक में हिस्सा ले और यह हमारा साझा सपना है कि ओलंपिक खेलों को भारत में लाया जाए.”
उन्होंने आगे कहा, “एक राष्ट्र, अपने समय के सफर में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंचता है. एक ऐसा बिंदु जब यह अपने इतिहास की दिशा बदलता है. भारत अब उस मोड़ पर पहुंच चुका है. समय आ गया है कि एथेंस में पहली बार जलाई गई ज्योति हमारे प्राचीन भूमि भारत के आसमान में चमके.”
ओलंपिक मेजबानी की दिशा में भारत का कदम
भारत में खेलों को लेकर उत्साह और जुनून हमेशा से ही उच्चतम स्तर पर रहा है. क्रिकेट से लेकर हॉकी और बैडमिंटन तक, भारतीय खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाई है. अब समय आ गया है कि हम ओलंपिक जैसे विश्व स्तरीय आयोजन की मेजबानी करें.
नीता अंबानी ने अपने भाषण में इस संकल्प को और भी मजबूती से रखा. उनके अनुसार, भारत की ओलंपिक मेजबानी सिर्फ एक सपना नहीं है, बल्कि यह एक सामूहिक लक्ष्य है जिसे हम सभी को मिलकर हासिल करना है.
भारत के लिए ओलंपिक की संभावनाएं
भारत की विशाल जनसंख्या और उभरती हुई आर्थिक शक्ति इसे ओलंपिक की मेजबानी के लिए एक मजबूत दावेदार बनाती है. पिछले कुछ वर्षों में, भारत ने विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों की सफल मेजबानी की है. इन सफलताओं ने भारत को ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए एक योग्य उम्मीदवार बना दिया है.
तैयारियां
ओलंपिक खेलों के लिए सबसे अहम रोल गुजरात का होगा. पूरे मास्टर प्लान का खाका तैयार हो चुका है और उसे केंद्र की मंजूरी भी मिल चुकी है. अहमदाबाद और गांधीनगर के आसपास 4 जगह को इसके लिए चिह्रित किया गया है, जहां ओलंपिक खेल हो सकते हैं. इसके लिए राज्य की 33 जगह का लिस्ट की गई है. वाटर स्पोर्ट्स के लिए शिवराजपुर, स्टेच्यू ऑफ यूनिटी और सूरत का समुद्री इलाका पसंद किया गया है.
नरेंद्र मोदी स्टेडियम के पास ही संभावित ओलंपिक विलेज बनाया जाएगा. सरदार स्पोर्टस एन्क्लेव ही खेलों का मुख्य केंद्र रहेगा. 20 से ज्यादा खेल इसी स्पोर्टस एन्क्लेव मे होने की तैयारी चल रही है.
गुजरात सरकार ने AUDA और GUDA को अहमदाबाद और गांधीनगर के बीच सभी जगह को चिह्नित करने के लिए सूचना दे दी है. गृहमंत्री अमित शाह सभी तैयारियों के लिए 2 बड़ी बैठकें कर चुके है.
चुनौतियां
ओलंपिक खेलों की मेजबानी करना किसी भी देश के लिए एक बड़ी चुनौती है. इसमें विशाल मात्रा में संसाधन, अवसंरचना, और प्रबंधन कौशल की आवश्यकता होती है. भारत को इन सभी मोर्चों पर खुद को तैयार करना होगा.