भारतीय फुटबाल टीम ने पिछले कुछ वर्षो में शानदार प्रदर्शन किया है और इसके पीछे टीम के खिलाड़ियों की फिटनेस ने बड़ी भूमिका निभाई है. टीम के फिजियोथेरेपिस्ट गिगी जॉर्ज ने भी माना कि खिलाड़ियों ने अपने फिटनेस को बेहतर किया है. गिगी 2011 से भारतीय टीम के साथ है और हर दिन को एक नई चुनौती के रूप में देखते हैं.
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (All India Football Federation) ने गिगी के हवाले बताया, "पिछले कुछ वर्षो में खिलाड़ियों की फिटनेस बेहतर हुई है. आप जेजे लालपेखलुआ का उदहारण ले सकते हैं. उन्होंने 2012 में भारत के लिए पहला मैच खेला था और तब से लेकर अब तक उन्होंने शारीरिक रूप से खुद को बेहतर किया है."
गिगी ने कहा, "हम एआईएफएफ का भी धन्यवाद देना चाहेंगे जिन्होंने हमें फिजियोथेरेपी के लिए नए उपकरण मुहैया कराए. डैनी डिएगन और जोल कार्टर द्वारा लाए गए स्पोर्ट्स साइंस से भी अच्छे नतीजे देखने को मिले है."
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मेडिकल टीम के डॉ शेर्विन शेरिफ ने कहा, "कार्यक्रम पहले ही तय कर लिया जाता है. हमारी सुबह की शुरुआत स्क्रीनिंग से साथ होती है. स्क्रीनिंग परिणामों के आधार पर, खिलाड़ियों की उनकी आवश्यकताओं के अनुसार जांच की जाती है. प्रशिक्षण सत्रों के दौरान हम प्रत्येक खिलाड़ी को ट्रैक करते हैं और कार्यवाही करते हैं."
भारत सोमवार को बहरीन के खिलाफ एशियन कप के ग्रुप स्तर में अपना आखिरी मैच खेलेगा.