Copa del Rey: 40 साल का सूखा खत्म! एथलेटिक क्लब ने कोपा डेल रे जीत कर रचा इतिहास, पेनल्टी शूटआउट में मल्लोर्का को हराया

ला कार्टुजा में 1-1 से ड्रॉ के बाद पेनल्टी शूटआउट में मल्लोर्का को हराकर एथलेटिक क्लब ने कोपा डेल रे जीत ली. सेविले की रात में जब घड़ी में रात के 12 बजने में बस एक मिनट बाकी था, एलेक्स बेरेंगुअर पेनल्टी स्पॉट पर खड़े थे. उनके सामने एक मौका था, बस एक गोल के बाद 40 साल का इंतज़ार खत्म होने वाला था. चार दशक और पांच हारे हुए फाइनल के बाद एथलेटिक क्लब जीत के इतने करीब पहले कभी नहीं पहुंचा था. बेरेंगुअर ने गेंद को ज़ोर से मारा और अगले ही पल चमत्कार हो गया. गेंद सीधे नेट में समा गई. और वो खुशी से दौड़ने लगे उनके साथ हज़ारों फैन्स भी जश्न में डूब गए.

ये एक लंबा इंतज़ार था

इस विजय के लिए एथलेटिक क्लब को बहुत संघर्ष करना पड़ा. उन्हें पहले गोल गंवाना पड़ा और फिर वापसी करनी पड़ी. मैच एक्स्ट्रा टाइम और फिर पेनल्टी शूटआउट तक गया - यानी मल्लोर्का की योजना के मुताबिक. उन्हें डर था कि वो फिर से हार जाएंगे, लेकिन वो कोपा डेल रे 24वीं बार जीतने में कामयाब रहे. ये एक लंबा इंतज़ार था, और एक कड़ी लड़ाई भी. एथलेटिक के फैन्स ने रियल मल्लोर्का को रनर-अप मेडल लेते वक़्त दिल से सराहा.

इस मैच में मल्लोर्का ने भी अपना सब कुछ झोंक दिया था, आखिर तक वीरता से लड़े. उन्होंने हर गेंद को हेड किया, अनगिनत शॉट ब्लॉक किए और एक और शूटआउट तक पहुंचे. सेमीफाइनल में भी उन्होंने ऐसा ही किया था.  हालांकि इस बार उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया.

एथलेटिक के बैकअप गोलकीपर ने एक पेनल्टी बचाई और दूसरे खिलाड़ी ने गेंद को ऊपर मार दिया. सेंसेट, जिन्होंने मैच में गोल किया था, के पास इतिहास रचने का मौका था, और उन्होंने उसे गंवाया नहीं. अंत में, एथलेटिक ही वो टीम थी जिसने कप उठाया. ये एक लंबी, कठिन रात थी - लेकिन वो  चैंपियन बन कर उभरे!