नई दिल्ली, 13 अगस्त: पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदन लाल ने शुक्रवार को टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा की प्रशंसा करते हुए कहा कि भाला फेंक स्टार ने कई युवाओं को रास्ता दिखाया है. उन्होंने 'संबंधित अधिकारियों' को 'सिस्टम को सही करने' और 'प्रतिभाओं के साथ समझौता न करने' की सलाह भी दी. मदन लाल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि नीरज के ऐतिहासिक कारनामे से लाखों युवा प्रेरित होंगे और इस खेल को बहुत जरूरी लोकप्रियता मिली है. उन्होंने कहा, मैं नीरज के लिए बहुत खुश महसूस कर रहा हूं. उन्होंने हमारे देश को गौरवान्वित किया है. मुझे यकीन है कि लाखों युवा अब इस खेल को अपनाएंगे. भारत ने टोक्यो ओलंपिक में सात पदक जीते हैं, जिसमें भाला फेंक खिलाड़ी द्वारा एथलेटिक्स में एक ऐतिहासिक स्वर्ण भी शामिल है.
उनका स्वर्ण टोक्यो में भारत का सातवां पदक था, जो खेलों में देश का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था; और इस तरह देश ने 2012 के लंदन ओलंपिक में जीते गए छह पदकों को पार किया. चोपड़ा के स्वर्ण के अलावा, भारत ने दो रजत पदक जीते - भारोत्तोलक मीराबाई चानू और पहलवान रवि कुमार दहिया - और चार कांस्य पदक - शटलर पीवी सिंधु, पुरुष हॉकी टीम, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और पहलवान बजरंग पुनिया - जीते. 1983 विश्व कप जीतने वाल टीम के सदस्य लाल ने कहा, मैं अपने प्रत्येक पदक विजेता को बधाई देना चाहता हूं. टोक्यो में सात पदक का मतलब है कि हमारे पास सुधार करने की क्षमता है. हमें केवल प्रतिभाओं के पोषण पर अधिक काम करने की आवश्यकता है. एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि संबंधित अधिकारियों को सिस्टम में सुधार करना होगा और प्रतिभा के साथ समझौता नहीं करना होगा.
मदन लाल ने कहा, यह किसी को बेतरतीब ढंग से रखने और वास्तविक प्रतिभा (इधर से उठा कर किसी को फिट कर देना) की अनदेखी करने जैसा नहीं होना चाहिए और प्रतिभा की खोज के लिए हमें ऐसे लोगों को रखने की जरूरत है जो खेल जानते हैं. भारत-इंग्लैंड के बीच मौजूदा टेस्ट सीरीज के बारे में पूछे जाने पर मदन ने कहा कि विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम आराम से जीत जाएगी. मदन लाल ने कहा, हमारी टीम बहुत मजबूत है. हम सीरीज जीतेंगे.