India National Cricket Team vs New Zealand National Cricket Team: भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम न्यूजीलैंड राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज (Test Series) का तीसरा मुकाबला 1 नवंबर(शुक्रवार) से मुंबई (Mumbai) के वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium) में खेला जाएगा. युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा को न्यूजीलैंड के खिलाफ 1 नवंबर से मुंबई में शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट के लिए भारतीय टीम में शामिल किया जा सकता है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हर्षित को पहले ही टीम में जोड़ दिया है. सीरीज के पहले दो टेस्ट में हार के बाद, भारतीय टीम मुंबई टेस्ट में लाज बचाने के लिए खेलेगी, इस बदलाव से टीम को मजबूती मिल सकती है. यह भी पढ़ें: वानखेड़े स्टेडियम पर टीम इंडिया का जलवा, न्यूज़ीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट से पहले जानें पिच रिपोर्ट, रिकॉर्ड्स, मोस्ट रन, विकेट समेत खास आंकड़े
क्या जसप्रीत बुमराह को मिलेगा आराम?
पहले टेस्ट के बाद वॉशिंगटन सुंदर को टीम में शामिल किया गया था और उन्हें पुणे में प्लेइंग इलेवन में मौका भी मिला. इसी तरह, हर्षित राणा के भी तीसरे और अंतिम टेस्ट में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने की उम्मीदें बढ़ गई हैं. यदि उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह मिलती है, तो वह जसप्रीत बुमराह की जगह ले सकते हैं, जिनका वर्कलोड मैनेजमेंट आवश्यक माना जा रहा है. अगले महीने पांच टेस्ट मैचों की ऑस्ट्रेलिया सीरीज को देखते हुए, बुमराह को आराम दिया जाना सही फैसला हो सकता है.
वानखेड़े स्टेडियम की पिच का इतिहास देखते हुए, भारतीय टीम तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरने की योजना बना सकती है. ऐसे में बुमराह को आराम देते हुए मोहम्मद सिराज, आकाश दीप और हर्षित राणा को मैदान पर उतारने की संभावना है.
हर्षित राणा के फर्स्ट-क्लास आंकड़े
हर्षित राणा ने अपने अब तक के फर्स्ट-क्लास करियर में कुल 9 मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 36 विकेट लिए हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 10/108 का रहा है. इसके अलावा उन्होंने बल्ले से 410 रन बनाए हैं, जिसमें एक अर्धशतक और एक शतक शामिल है. इन आंकड़ों के साथ, हर्षित राणा टीम में गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में योगदान देने की क्षमता रखते हैं, जो कि भारतीय टीम के लिए एक प्लस प्वाइंट साबित हो सकता है.
इस फैसले से टीम को युवा जोश मिलेगा, जबकि बुमराह का वर्कलोड भी संतुलित रहेगा. अब देखना यह होगा कि क्या हर्षित राणा अपनी पहली ही पारी में भारतीय टीम के लिए प्रभावी साबित होते हैं और क्या टीम इस टेस्ट के जरिए अपने आत्म-सम्मान को बनाए रखने में सफल होती है.