World Cup 2023: विश्व कप से पहले श्रेयस अय्यर का फिटनेस महत्वपूर्ण, यहां जानें 3 कारण जिसके वजह से उनकी भारतीय टीम में मौजूदगी जरुरी 
Shreyas Iyer (Photo Credit: BCCI/X)

World Cup 2023: भारत के एशिया कप 2023 जीतने के साथ विश्व कप की तैयारी में टीम के लिए चीजें बहुत अच्छी हो सकती हैं. लेकिन संरचनात्मक रूप से श्रेयस अय्यर सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी में से एक हैं और उनकी संभावित अनुपस्थिति भारत के लिए बड़ी बाधा बन सकती है. एशिया कप को अय्यर के लिए कुछ मूल्यवान खेल-समय प्राप्त करने का सही मंच माना जा रहा था. लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ उत्साहजनक कैमियो के बाद पीठ की ऐंठन के कारण उन्हें बाद के मैचों से बाहर कर दिया गया. उनके संभावित प्रतिस्थापन ईशान किशन और केएल राहुल दोनों ने बड़े समय तक प्रभावित किया. भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने हाल ही में श्रेयस अय्यर को मंजूरी देने के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) पर सवाल उठाया था और वनडे विश्व कप के लिए उनके चयन पर संदेह व्यक्त किया था. यह भी पढ़ें: एशिया कप में  विराट कोहली समेत इन 5 बल्लेबाजी ने अपनी टीम के लिए लहराया परचम, इन दिग्गजों पर डाले एक नजर

गौतम गंभीर की राय के विपरीत, इस लेख में, हम चर्चा करेंगे कि फिट होने पर श्रेयस अय्यर को भारतीय विश्व कप टीम में सबसे पहले नामों में से एक क्यों होना चाहिए. 3 कारण जिनकी वजह से भारत को श्रेयस अय्यर को बाहर नहीं करना चाहिए अगर वह 2023 विश्व कप के लिए फिट हैं.

नंबर 4 खजाने की खोज श्रेयस अय्यर में बसी

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के बाद कोई भी भारतीय बल्लेबाज नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने में सफल नहीं हो सका है. टीम ने कई बल्लेबाजों को आजमाया लेकिन केवल श्रेयस अय्यर ही थे जिन्होंने 2019 विश्व कप के बाद से 94.9 के स्ट्राइक-रेट के साथ 46.4 के औसत से यह स्थान अपने नाम किया. उनकी अनुपस्थिति में मैनेजमेंट फिर से अलग-अलग विकल्प आजमाने को मजबूर हो सकता है.

मध्यक्रम में बेहतरीन कंट्रोल

आधुनिक क्रिकेट में बीच के ओवरों में प्रभुत्व आपको अपने विरोधियों पर बढ़त दिलाता है. भारत के लिए केएल राहुल के साथ श्रेयस अय्यर खेल के इस चरण में दबदबा बनाने वाले सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से हैं. अय्यर का 21 से 40 ओवरों के बीच 51.2 का औसत और 101.8 की शानदार स्ट्राइक रेट है, जो आपको बताता है कि विश्व कप 2023 में भारत के लिए उनकी उपस्थिति कितनी मायने रखती है.

श्रेयस अय्यर स्पिन के खिलाफ ला सकते हैं तेजी

1990 के दशक के अंत या 2000 के दशक की शुरुआत के विपरीत आज के सफेद गेंद के बल्लेबाज अपने हाथों के बजाय पिच से स्पिनरों को पढ़ने की कोशिश करते हैं. इससे स्पिनर की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, खासकर बीच के ओवरों में, जहां वे अपनी टीम के लिए खेल निर्धारित कर सकते हैं. इस प्रकार ऐसे बल्लेबाज जो उनका सामना कर सकते हैं और उन्हें उनकी लेंथ से अस्थिर कर सकते हैं, उनका बल्लेबाजी क्रम में होना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है. ऐसे ही एक बल्लेबाज श्रेयस अय्यर हैं

विराट कोहली जैसे खिलाड़ी इस समय स्पिन के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, ऐसे में अय्यर के साथ बल्लेबाजी करने से उन्हें इस दौर से निपटने में मदद मिलेगी. इसके अलावा, स्पिनरों के खिलाफ अय्यर की शानदार संख्या (औसत 56.7, एसआर 102.8) उनके खिलाफ उनकी क्षमता को प्रमाणित करती है.