भारत के युवा टेस्ट सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को डोपिंग का दोषी पाए जाने के वजह से भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (Board of Control for Cricket in India) ने 8 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है. BCCI के अनुसार, फरवरी 2019 में शॉ का यूरिन टेस्ट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान एंटी डोपिंग प्रोग्राम के तहत लिया गया था. टेस्ट में टब्यूटेलाइन (Terbutaline) पाया गया, जो की प्रतिबंधित है.
बता दें कि पृथ्वी शॉ के यूरीन सैंपल में जो प्रतिबंधित पदार्थ मिला है, उसका नाम टब्यूटेलाइन है, इसका इस्तेमाल कफ सिरप में किया जाता है. यह पदार्थ वाडा की प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में शामिल किया गया है.
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Board of Control for Cricket in India (BCCI): Prithvi Shaw registered with Mumbai Cricket Association, has been suspended for a doping violation for 8 months. Mr. Shaw had inadvertently ingested a prohibited substance, which can be commonly found in cough syrups. pic.twitter.com/m0bUnXrQC6
— ANI (@ANI) July 30, 2019
BCCI के अनुसार 16 जुलाई 2019 को पृथ्वी शॉ को एंटी डोपिंग रूल वॉयलेशन (ADRV) और BCCI एंटी डोपिंग रूल्स (ADR) की धारा 2.1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया. पृथ्वी शॉ ने इसके सेवन के इस्तेमाल की बात मान ली है, लेकिन साथ ही कहा कि उन्होंने यह कफ सिरप खांसी रोकने के लिए लिया था.
बता दें कि पृथ्वी शॉ ने भारतीय टीम के लिए 23 अक्टूबर, 2018 को वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने अपने पहले ही मैच में शानदार शतक भी लगाया था. शॉ ने भारतीय टीम के लिए अब तक दो टेस्ट खेले हैं. इस दौरान उन्होंने एक शतक और एक अर्धशतक लगाया है.