IND vs AUS 2nd Test 2024 Day 2: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया को वापसी के लिए दिखाना होगा दम, इन 3 अहम मोर्चों पर करना होगा कमाल!
इस दौरान भारत को उम्मीद थी कि वे ऑस्ट्रेलिया को उसी तरह से घेर सकते हैं जैसे पहले टेस्ट में किया था, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने संयम और आक्रामकता का अच्छा मिश्रण दिखाते हुए पहले दिन के अंत तक 86/1 का मजबूत स्कोर बना लिया. अब भारत के सामने अगले दिन वापसी की बड़ी चुनौती होगी. यहां तीन अहम बातें हैं जिन पर भारत को ध्यान देना होगा, ताकि वे दूसरे दिन वापसी कर सकें.
India National Cricket team vs Australia National Cricket Team: ऑस्ट्रेलिया राष्ट्रीय क्रिकेट बनाम भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम 5 मैचों के टेस्ट सीरीज( Test Series) का दूसरा मुकाबला 06 दिसम्बर ( शुक्रवार) से एडिलेड(Adelaide) के एडिलेड ओवल(Adelaide Oval) में खेला जा रहा है. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 33 ओवर में 1 विकेट खोकर 86 रन बनाए, जिसके कारण टीम इंडिया से मात्र 94 रन पीछे है. एडिलेड में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में भारत को पहले दिन के खेल में कई समस्याओं का सामना करना पड़ा. टॉस जीतकर रोहित शर्मा ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन यशस्वी जायसवाल का गोल्डन डक पर आउट होना भारत के लिए एक बड़ा झटका था. इसके बाद केएल राहुल और शुभमन गिल ने कुछ राहत दी. केवल नितीश कुमार रेड्डी (42 रन, 54 गेंद) ही कुछ सम्मानजनक स्कोर बना सके. अंत में भारत 180 रन पर ऑल आउट हो गया. यह भी पढ़ें: दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया को विकेट की तलाश, मजबूत स्तिथि में ऑस्ट्रेलिया, यहां जानें दूसरे दिन का पिच रिपोर्ट, मौसम का हाल, मिनी बैटल, स्ट्रीमिंग समेत सभी डिटेल्स
इस दौरान भारत को उम्मीद थी कि वे ऑस्ट्रेलिया को उसी तरह से घेर सकते हैं जैसे पहले टेस्ट में किया था, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने संयम और आक्रामकता का अच्छा मिश्रण दिखाते हुए पहले दिन के अंत तक 86/1 का मजबूत स्कोर बना लिया. अब भारत के सामने अगले दिन वापसी की बड़ी चुनौती होगी. यहां तीन अहम बातें हैं जिन पर भारत को ध्यान देना होगा, ताकि वे दूसरे दिन वापसी कर सकें.
गुच्छो में लेना होगा विकेट
एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट मैचों में हालात बहुत तेजी से बदलते हैं. भारत को याद रखना होगा कि अगर वे एक विकेट निकालने में सफल होते हैं, तो उसे कई और विकेटों में बदल सकते हैं. भारत को यह सीखना चाहिए कि पिंक बॉल के साथ गति और स्विंग का खेल बेहद तीव्र होता है, और यहां एक विकेट पूरे मैच को बदल सकता है. भारत को यह भी याद रखना चाहिए कि पिछली बार जब वे 36 रन पर ऑल आउट हुए थे, तो एक विकेट ने उन्हें पूरी पारी में बड़ा फर्क दिलवाया था. भारत को मर्नस लाबुशेन को जल्दी आउट करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जो पिंक बॉल टेस्ट में औसतन 63.85 रन बना चुके हैं. अगर भारत लाबुशेन को जल्दी आउट करने में सफल होता है, तो फिर बाकी बल्लेबाजों को भी घेरने का मौका मिलेगा.
रन-रेट को नियंत्रित करना अहम
भारत के गेंदबाजों को ये याद रखना होगा कि विकेट निकालने के साथ-साथ उन्हें ऑस्ट्रेलिया के रन-रेट पर भी नियंत्रण रखना होगा. पिंक बॉल टेस्ट में, अगर गेंदबाजों ने रन-रेट पर काबू पाया, तो मैच के अन्य मोमेंटम को अपने पक्ष में लाने का मौका मिलेगा. अगर भारत ऑस्ट्रेलिया को 2.50 रन प्रति ओवर से अधिक रन बनाने से रोक सकता है, तो इससे ऑस्ट्रेलिया के 200 रन तक पहुंचने में समय लगेगा. अगर भारत दूसरे दिन 200 रन तक ऑस्ट्रेलिया को रोकने में सफल होता है, तो फिर भारत को नए बॉल और लाइट्स में गेंदबाजी करने का अतिरिक्त लाभ मिलेगा. इससे उन्हें विकेट निकालने के और मौके मिलेंगे और वे ऑस्ट्रेलिया को 100 रन से कम की बढ़त के अंदर समेट सकते हैं.
रविचंद्रन अश्विन का अनुभव और कौशल का सही इस्तेमाल
भारत ने वाशिंगटन सुंदर की जगह रविचंद्रन अश्विन को टीम में शामिल किया है, और अब यह बहुत जरूरी है कि अश्विन का पूरा इस्तेमाल किया जाए. पिंक बॉल टेस्ट में अश्विन का रिकॉर्ड शानदार रहा है. उन्होंने चार पिंक बॉल टेस्ट मैचों में 18 विकेट लिए हैं और उनका औसत 14 के करीब रहा है. अश्विन ने पिछले पिंक बॉल टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने 5/71 का आंकड़ा दर्ज किया था और एक पारी में चार विकेट भी चटकाए थे. हालांकि, पहले दिन अश्विन को सिर्फ एक ओवर ही गेंदबाजी कराई गई, रोहित शर्मा को अश्विन को दूसरे दिन पहले दो सत्रों में पूरा इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि वे उस अनुभव और कौशल का फायदा उठा सकें जो अश्विन पिंक बॉल टेस्ट मैचों में दे सकते हैं.