New Zealand Jersey: न्यूजीलैंड के प्लेयर्स काली रंग की जर्सी में ही क्यों आते हैं नजर? ये है सबसे बड़ी वजह

न्यूजीलैंड के खिलाड़ी महज क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि दूसरे खेलों में भी ब्लैक कलर की जर्सी ही पहनते हैं. ब्लैक जर्सी से न्यूजीलैंडर को आसानी से पहचाना जा सकता है. बता दें कि साल 1892 में जब पहली बार न्यूजीलैंड रगबी फुटबॉल यूनियनव बनाई गई थी तो न्यूजीलैंड की काली जर्सी चुनी गई थी. ये फैसला सर्वसम्मिति से लिया गया था.

न्यूजीलैंड (Photo Credits: Twitter)

मुंबई: टीम इंडिया (Team India) और न्यूजीलैंड (New Zealand) के बीच सेमीफाइनल मुकाबला मुंबई (Mumbai) के वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium) में आज खेला जाएगा. क्रिकेट फैंस को यह जानकर बेहद खुशी होगी कि आज मुंबई का मौसम साफ रहने वाला है. यानी भारत-न्यूजीलैंड सेमीफाइनल मैच में बारिश के कोई आसार नहीं है. पॉइंट्स टेबल में टीम इंडिया ने टॉप का स्थान हासिल किया था जबकि न्यूजीलैंड चौथे नंबर पर रही थी.

इससे पहले लीग चरण में जब दोनों टीमें आमने सामने थी तब टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड की टीम को 4 विकेट से हराया था. दोनों टीमों भारतीय समयानुसार दोपहर 2 बजे से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेलने उतरेंगी. टीम इंडिया की कमान रोहित शर्मा के हाथों में है जबकि न्यूजीलैंड की कप्तानी केन विलियमसन कर रहे हैं. IND vs NZ, World Cup 2023: विराट कोहली के पास इतिहास रचने का सुनहरा मौका, मचा सकते हैं कोहराम; देखें 'रन मशीन' के शानदार आकंड़े

वानखेड़े की जिस पिच पर भारत-न्यूजीलैंड का सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाएगा, वह घास हटने से धीमी हो जाएगी. यानी फास्टर्स की तुलना में स्पिनर्स यहां ज्यादा प्रभावी हो सकते हैं. हालांकि इस पिच से इतना ज्यादा टर्न मिलने की भी संभावना नहीं है. कुल मिलाकर अब पहली पारी की तरह ही दूसरी पारी में भी बल्लेबाजों की बल्ले-बल्ले हो सकती है.

इस बार ब्लैक जर्सी वाले ये खिलाड़ी काफी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और सेमीफाइनल में आसानी से जगह बनाने में सफल रहे हैं. फैंस भी न्यूजीलैंड का प्रदर्शन देखा होगा, लेकिन इसी बीच कभी फैंस ने सोचा है कि आखिर न्यूजीलैंड के खिलाड़ी काले रंग की जर्सी में ही क्यों खेलते हैं. इस वर्ल्ड कप में ही नहीं, काफी पहले से न्यूजीलैंड के खिलाड़ी काले रंग की जर्सी पहनते आ रहे हैं.

क्या है ब्लैक जर्सी की असली वजह

न्यूजीलैंड के खिलाड़ी महज क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि दूसरे खेलों में भी ब्लैक कलर की जर्सी ही पहनते हैं. ब्लैक जर्सी से न्यूजीलैंडर को आसानी से पहचाना जा सकता है. बता दें कि साल 1892 में जब पहली बार न्यूजीलैंड रगबी फुटबॉल यूनियनव बनाई गई थी तो न्यूजीलैंड की काली जर्सी चुनी गई थी. ये फैसला सर्वसम्मिति से लिया गया था. कई रिपोर्ट में ये भी बताया जाता है कि उस समय काला रंग अन्य रंगों की तुलना में सस्ता था, जिस वजह से ब्लैक रंग चुना गया. इसके बाद स्पोर्ट्स में काले रंग को ही हमेशा पसंद किया गया और काले रंग की जर्सी को प्रायोरिटी दी गई.

इसके बाद जब 1920 में न्यूजीलैंड पहली बार ओलंपिक में खेलने गया तो उस दौरान भी एथलीट्स ने काले रंग की ही जर्सी पहनी थी. उस दौरान काले रंग की जर्सी पहनने वाले एथलीट्स ने मेडल भी जीते और उसके बाद से ये कॉमन हो गए. पहले कुछ एथलीट ब्लैक टीशर्ट और व्हाइट शॉर्ट्स पहनते थे, लेकिन इसके बाद फिर पूरी काली जर्सी को प्रायोरिटी दिया गया. इसी तरह फैंस देख रहे होंगे कि क्रिकेट में भी न्यूजीलैंड के खिलाड़ी काली जर्सी ही पहन रहे हैं.

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