ICC ODI World Cup 2023: पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने वनडे विश्व कप के लिए चुने अपने सेमीफाइनलिस्ट, भारत के अलावा ये तीन टीमें शामिल
ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत इन बड़े मुकाबलों में शामिल होगी लेकिन आप न्यूजीलैंड को कभी भी कम नहीं आंक सकते. मैं पाँच चुनूँगा, और इसमें पाकिस्तान भी शामिल करूँगा, पाकिस्तान बेहतर तरीके से क्वालीफाई करेगा ताकि ईडन गार्डन्स में हमारा भारत-पाकिस्तान सेमीफाइनल हो सके.
ICC ODI World Cup 2023: पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड के साथ-साथ भारत आगामी 5 अक्टूबर से शुरू होने वाले वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने के प्रबल दावेदार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि चौथी टीम न्यूजीलैंड हो सकता है, समीकरण और यह भी उम्मीद है कि पाकिस्तान अगले दौर में पहुंचेगा ताकि प्रशंसक भारत बनाम पाकिस्तान क्लासिक थ्रिलर का आनंद ले सकें. यह भी पढ़ें: 51 साल के हुए पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली, यहां डाले उनके पांच 'दादागिरी' मोमेंट पर एक नजर
गांगुली ने एक इंटरव्यू में कहा “यह कहना बहुत कठिन है. ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत इन बड़े मुकाबलों में शामिल होगी लेकिन आप न्यूजीलैंड को कभी भी कम नहीं आंक सकते. मैं पाँच चुनूँगा, और इसमें पाकिस्तान भी शामिल करूँगा, पाकिस्तान बेहतर तरीके से क्वालीफाई करेगा ताकि ईडन गार्डन्स में हमारा भारत-पाकिस्तान सेमीफाइनल हो सके. , वह प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स स्टेडियम में भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबले के संभावित अवसर को लेकर उत्साहित हैं.
गांगुली ने प्रमुख टूर्नामेंटों में भारत की विफलता पर खुलकर की बात
पूर्व क्रिकेटर का मानना है कि भारतीय खिलाड़ियों पर कोई मानसिक दबाव नहीं है क्योंकि वे इस संबंध में बहुत मजबूत हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि खिलाड़ी उच्च दबाव वाली परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस बार टीम कुछ दबाव में होगी क्योंकि टूर्नामेंट भारत में खेला जा रहा है लेकिन उनका मानना है कि खिलाड़ी इसका सामना कर सकते हैं.
“दबाव हमेशा रहेगा. पहले भी जब वे खेले थे तो दबाव था. पिछले वनडे वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा के नाम पांच शतक हैं. मुझे यकीन है कि उस वक्त भी उन पर दबाव रहा होगा.' दबाव कोई समस्या नहीं है. मुझे यकीन है कि वे सफल होने का रास्ता खोज लेंगे. राहुल द्रविड़ के ज़माने में प्रदर्शन करने का दबाव था, अब जब वह मुख्य कोच हैं, तो उन पर प्रदर्शन करने का दबाव है. यह दूर नहीं होगा और मुझे नहीं लगता कि दबाव कोई मुद्दा है.
हम कभी-कभी महत्वपूर्ण चरणों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं. मुझे नहीं लगता कि यह मानसिक दबाव है, बल्कि यह सब क्रियान्वयन के बारे में है. वे मानसिक रूप से मजबूत लोग हैं. उम्मीद है, वे जल्द ही सीमा पार कर लेंगे.''