टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज Sachin Tendulkar ने इंटरनेशनल क्रिकेट में इस नियम को लागू करने का दिया सुझाव, यहां पढ़ें पूरी खबर
सचिन तेंदुलकर (Photo Credits: Facebook)

मुंबई: सिडनी (Sydney) में खेले जा रहे एशेज सीरीज (Ashes Series) के तीसरे दिन एक अनोखा नजर देखने को मिला. इंग्लैंड (Emgland) के बल्लेबाज बेन स्टोक्स (Ben Stokes) को ऑस्ट्रेलिया (Australia) के आलराउंडर कैमरन ग्रीन (Cameron Green) ने बोल्ड कर दिया, लेकिन स्टंप्स पर रखीं बेल्स नहीं गिरी. तो नियमों के अनुसार उन्हें आउट नहीं दिया गया. इसी बात पर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने इंटरनेशनल क्रिकेट में एक अनोखे नियम का सुझाव दिया है. AUS vs ENG 2nd Test: आस्ट्रेलिया दूसरे एशेज टेस्ट में जीत के करीब, चौथे दिन के खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने चार विकेट खोकर 82 रन बनाए

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि आईसीसी को "हिटिंग द स्टंप्स" का नियम वर्ल्ड क्रिकेट में लागू कर देना चाहिए. इसके तहत अगर बॉल विकेट से टकरा जाती है और बेल्स नहीं गिरती है तब भी बल्लेबाज को आउट करार दिया जाना चाहिए.

सचिन तेंदुलकर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से लिखा कि इस तरह की परिस्थितियों में क्या एक नया नियम लागू किया जाना चाहिए जिसका नाम हिटिंग द स्टंप्स हो. आप लोग क्या सोचते हैं ? गेंदबाजों के साथ पूरी तरह से न्याय होना चाहिए. सचिन ने इस ट्वीट में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज गेंदबाज शेन वॉर्न को भी टैग किया

सिडनी में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में इंग्लैंड की पहली पारी के 31वें ओवर के दौरान ऑस्ट्रेलिया के आलराउंडर कैमरन ग्रीन की एक गेंद पर बेन स्टोक्स बोल्ड हो गए लेकिन बेल्स नहीं गिरी. बॉल विकेटों से टकरती हुई विकेटकीपर के पास चली गई और इसी वजह से ऑस्ट्रेलिया टीम ने एलबीडब्लू की जोरदार अपील भी की. उन्हें लगा कि बॉल बेन स्टोक्स के पैड से लगती हुई विकेटकीपर के पास गई है. जब थर्ड अंपायर ने रीप्ले देखा तो उसमें बॉल विकेटों को लगती हुई गई थी और बेल्स नहीं गिरे थे और इसी वजह से बेन स्टोक्स को नाट आउट करार दिया गया. बेन स्टोक्स ने इस जीवनदान का फायदा उठाया और 66 रनों की पारी खेली.