Cheteshwar Pujara Retires: चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास, जानिए कैसा रहा टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज का कैरियर
चेतेश्वर पुजारा ने 24 अगस्त 2025 को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के सभी फॉर्मेट्स से संन्यास लेने की घोषणा कर दी. पुजारा ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट लिखते हुए भारतीय जर्सी पहनने को अपने जीवन का सबसे बड़ा सम्मान बताया और क्रिकेट में मिली यादों व अनुभव के लिए आभार जताया.
Cheteshwar Pujara Retirement: भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम(India National Cricket Team) के दिग्गज टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने 24 अगस्त 2025 को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के सभी फॉर्मेट्स से संन्यास लेने की घोषणा कर दी. पुजारा ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट लिखते हुए भारतीय जर्सी पहनने को अपने जीवन का सबसे बड़ा सम्मान बताया और क्रिकेट में मिली यादों व अनुभव के लिए आभार जताया. राजकोट, गुजरात में जन्मे 37 वर्षीय पुजारा को 'दीवार 2.0' के नाम से पहचान मिली, उन्होंने टीम इंडिया के लिए 100 से ज्यादा टेस्ट खेले और कई बार मुश्किल परिस्थितियों में शानदार पारियां खेलकर टीम को जीत दिलाई. एशिया कप में टीम इंडिया की जर्सी पर नहीं दिखेगा ड्रीम11? ऑनलाइन गेमिंग बिल के बाद फैंटेसी स्पोर्ट्स कंपनी ने छोड़ा स्पॉन्सरशिप राइट्स
चेतेश्वर पुजारा ने की रिटायरमेंट का ऐलान
उनके करियर की शुरुआत घरेलू क्रिकेट में बेहद दमदार रही थी. अंडर-14 में तिहरा शतक लगाकर उन्होंने सबका ध्यान खींचा था. बाद में सौराष्ट्र की ओर से घरेलू टूर्नामेंटों में लगातार रन बनाकर वे भारतीय टीम में पहुंचे. पुजारा ने भारत के लिए टेस्ट और वनडे खेले, साथ ही कई आईपीएल और काउंटी टीमों का भी हिस्सा रहे.
चेतेश्वर पुजारा के करियर आंकड़े
| फॉर्मेट | मैच | पारियां | रन | सर्वश्रेष्ठ स्कोर | औसत | स्ट्राइक रेट | शतक | अर्द्धशतक |
|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
| टेस्ट | 103 | 176 | 7195 | 206 | 43.61 | 44.37 | 19 | 35 |
| वनडे | 5 | 5 | 51 | 27 | 10.2 | 39.24 | 0 | 0 |
| आईपीएल | 30 | 22 | 390 | 51 | 20.53 | 99.75 | 0 | 3 |
चेतेश्वर पुजारा की सबसे बड़ी उपलब्धि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2018-19 टेस्ट सीरीज में उनके तीन शतक रही, जिससे भारत को ऐतिहासिक जीत मिली थी. वे बेहतरीन तकनीक और धैर्य के लिए जाने जाते हैं. फैंस हमेशा उनकी क्लासिकल बल्लेबाजी, टीम के प्रति प्रतिबद्धता और अपराजेय जज़्बे को याद रखेंगे. पुजारा के संन्यास के साथ भारतीय क्रिकेट के एक युग का अंत हो गया है.