नई दिल्ली: राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों (Asian Games 2018) में स्वर्ण पदक जीतने वाले चैम्पियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट इस साल राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार की दौड़ में हैं. भारतीय कुश्ती महासंघ के एक सूत्र ने बताया कि बजरंग ने महासंघ के जरिए नामांकन भर दिया है जबकि विनेश की सिफारिश खेल मंत्रालय कर सकता है. केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर सितंबर के पहले सप्ताह में एशियन गेम्स में भाग लेने वाले भारतीय एथलीटों के प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे.
बता दें कि हर साल खेल पुरस्कार महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर 29 सितंबर को दिए जाते हैं लेकिन इस बार समारोह 25 सितंबर को होगा ताकि एशियाई खेलों से तारीख का टकराव नहीं हो. यह भी पढ़े-एशियाई खेल: भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने PAK एथलीट से मिलाया हाथ तो सानिया मिर्जा ने कहा...
डब्ल्यूएफआई के एक अधिकारी ने कहा कि बजरंग ने खेलरत्न पुरस्कार के लिए नामांकन दे दिया है. राष्ट्रमंडल खेल और एशियाड के शानदार प्रदर्शन के बाद वह इस पुरस्कार का हकदार है.
खेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने भी कहा कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के साथ विनेश और बजरंग भी प्रबल दावेदार हैं. यह भी पढ़े-एशियाई खेल 2018: मेडल लाओ मालामाल हो जाओ, दिल्ली सरकार खिलाड़ियों को देगी 3 करोड़
ज्ञात हो कि विनेश एशियाई खेलों में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बनीं. साथ ही 2014 और 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों में सोने का तमगा हासिल किया था. बजरंग ने राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों (Asian Games 2018) में स्वर्ण के अलावा विश्व चैंपियनशिप 2013 में ब्रॉन्ज जीता. उन्होंने 2014 एशियाई खेलों और ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में सिल्वर मेडल जीता था. यह भी पढ़े-एशियाई खेल 2018: श्रीलंका को करारी मात देकर, भारत ने की पुरुष हॉकी के सेमीफाइनल में एंट्री
गौरतलब है कि अब तक एक ही साल में सर्वाधिक चार खिलाड़ियों को खेलरत्न सम्मान 2016 में दिया गया जब रियो ओलंपिक के बाद पीवी सिंधू, साक्षी मलिक, दीपा करमाकर और जीतू राय को इससे नवाजा गया था.