Beating Retreat Ceremony 2024: दिल्ली के विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू, पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और अन्य लोग हुए शामिल (Watch Video)
देश की राजधानी दिल्ली के विजय चौक पर बीटिंग बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी समारोह शुरू हो चुका है. समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री , राष्ट्रपति द्रोपती मूर्मू समय अन्य लोग पहुंचे हुए हैं
Beating Retreat Ceremony 2024: देश की राजधानी दिल्ली के विजय चौक पर बीटिंग बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी समारोह शुरू हो चुका है. समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री , राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समय अन्य लोग पहुंचे हुए हैं. बीटिंग बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी में तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद हैं. फिलहाल विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू है. समारोहमें सेना और अर्धसैनिक बलों के बैंड पूर्ण रूप से भारतीय धुन बजा रहे हैं. बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी गणतंत्र दिवस के समापन समारोह के तौर पर मनाया जाता है
बीटिंग रिट्रीट की शुरुआत 1950 में हुई:
बीटिंग रिट्रीट की शुरुआत 1950 के दशक में हुई जब भारतीय सेना के मेजर रॉबर्ट्स ने सामूहिक बैंड द्वारा प्रदर्शन के अनूठे समारोह को स्वदेशी रूप से विकसित किया. बीटिंग रिट्रीट शुरू होने से पबले रक्षा मंत्रालय ने अपने के बयान में कहा कि 'बीटिंग रिट्रीट' सदियों पुरानी सैन्य परंपरा का प्रतीक है. रिट्रीट बजने पर सैनिक लड़ना बंद कर देते थे, अपने हथियार रख लेते थे, युद्ध के मैदान से हट जाते थे और सूर्यास्त के समय शिविरों में लौट आते थे, इसमें कहा गया है कि भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के म्यूजिक बैंड राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी के सामने 31 मनमोहक भारतीय धुनें बजाएंगे.
Video:
Video:
Video:
(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)