कारगिल का वह युद्ध 18 हजार फीट की ऊंचाई पर करीब 2 महीने तक लड़ा गया था. भारतीय सेना के जवानों ने अदम्य साहस और वीरता प्रदर्शित करते हुए भारतीय चोटियों पर से पाकिस्तानी सेना को खदेड़ दिया था.
1999 में पाकिस्तान के सैनिकों ने कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया. उन्हें खदेड़ने के लिए 3 मई 1999 को कारगिल युद्ध की शुरुआत हुई. यह युद्ध लगभग दो महीने से ज्यादा वक्त तक चला. भारत ने कुशल रणनीति का परिचय देते हुए सबसे पहले रणनीतिक मार्गों पर कब्जा किया. उसके बाद थल सेना और वायु सेना ने साहस दिखाते हुए पाकिस्तानी सैनिकों को सीमा पार खदेड़ दिया. इसके बाद से हर साल 26 जुलाई को कारगिल युद्ध में बलिदान देने वाले देश के वीरों की याद में 'कारगिल विजय दिवस' मनाया जाता है।
कारगिल युद्ध में भारत के 527 वीर सैनिकों ने शहादत दी थी. वहीं पाकिस्तान के 1000 से 1200 सैनिक कारगिल युद्ध की भेंट चढ़े थे. भारत के 1300 से ज्यादा सैनिक इस युद्ध में घायल हुए थे.
कारगिल युद्ध के दौरान रोजाना करीब 5000 आर्टिलरी शेल्स, मोर्टार बम और रॉकेट फायर किए जाते थे. कारगिल युद्ध के सबसे दुर्गम टाइगर हिल को जीतने के लिए भारतीय सेना ने 9000 गोलियां दागीं थी. भारतीय सेना के जवान गोलियां दागते हुए टाइगर हिल की तरफ बढ़ते रहे और फतह हासिल की. पाकिस्तान ने कारगिल युद्ध को ऑपरेश बद्र का नाम दिया था. भारत ने ऑपरेशन विजय के माध्यम से यह जंग जीती.
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