Fact Check: सेना में 2017 से नेपाल के सिर्फ 2 गोरखाओं को किया गया भर्ती? Indian Army ने बताई इसकी सच्चाई
भारतीय सेना ने शुक्रवार को अपने कैडर में गोरखाओं की भर्ती के संबंध में कुछ सोशल मीडिया पोस्ट को 'फर्जी' बताया है.
नई दिल्ली: भारतीय सेना(Indian Army) ने शुक्रवार को अपने कैडर में गोरखाओं की भर्ती के संबंध में कुछ सोशल मीडिया पोस्ट को 'फर्जी' बताया है. एक ट्वीट को कहा गया था कि सेना 'उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर पूर्व भारत से गोरखाओं की भर्ती पर ध्यान केंद्रित करेगी'. भारतीय सेना के आधिकारिक संचार विभाग, एडीजीपीआई ने नागरिकों से आग्रह किया कि वे ऐसी अफवाहों पर ध्यान ना दे ना ही इसे बढ़ावा दें.
ये है वो फर्जी ट्वीट
'नेपाल से 2 गोरखा (2017 से) भर्ती किए गए हैं'. हैंडल से 'फर्जी' ट्वीट में कहा गया कि "हम उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर पूर्व भारत से गोरखा रेजिमेंट में गोरखा सैनिकों की भर्ती पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं"
अग्निपथ योजना एक बार फिर से सुर्खियों में छा गई है. इस बार इसके पीछे की वजह नेपाल है. दरअसल, नेपाल ने भारत से कहा है कि अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना में गोरखाओं की भर्ती को रोक दिया जाए. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित ‘गोरखा रिक्रूटमेंट डिपो’ को नेपाल के बुटवल में 25 अगस्त से सात सितंबर तक अग्निवीरों की भर्ती करने वाला था. लेकिन अग्निपथ योजना पर नेपाल की चुप्पी और फिर नेपाल का भर्ती रोकने के लिए कहने की वजह से भर्ती रैली का आयोजन नहीं हो पाया. गोरखा रिक्रूटमेंट डिपो के पास सेना के लिए गोरखा सैनिकों की भर्ती का जिम्मा है.
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