अयोध्या की पावन धरती पर सदियों का इंतजार अब समाप्त होने को है. भव्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होने के लिए भगवान रामलला तैयार हैं और उनकी दिव्य उपस्थिति के स्वागत के लिए आ रही है 600 किलो की विशाल घंटा. इसका विशाल आकार और मनमोहक आकृति कला की एक अद्भुत कृति है.

22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा से एक हफ्ते पहले से ही अयोध्या में इसको लेकर तमाम कार्यक्रम होंगे. दरअसल, सात दिनों तक बड़े स्तर पर अनुष्ठान प्रक्रिया चलेगा, जिसकी शुरुआत 16 जनवरी से होगी. 22 जनवरी को श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से श्रीराम अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे.

राम मंदिर में तमाम तैयारियों के लिए मजदूरों की संख्या को भी दोगुना कर दिया गया है और 24 घंटे काम किया जा रहा है. 22 जनवरी को अयोध्या में बाहर से आने वाले लोगों की एंट्री पर बैन रहेगा. एयरपोर्ट पर कई वीआईपी लोगों के लिए इंतजाम रहेगा.

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