जब घायल अवस्था में स्कूल की कैंटीन में दाखिल हुआ तेंदुआ, Viral Video में देखें कैसे घंटों तक रेस्क्यू टीम हुई परेशान
तेंदुए के आतंक की एक ऐसा ही हैरान करने वाली घटना हाल ही में महाराष्ट्र के अहमदनगर से सामने आई है, जहां एक घायल तेंदुआ स्कूल की कैंटीन में दाखिल हो गया है औऱ उसे निकालने के लिए रेस्क्यू टीम को कई घंटों तक मशक्कत करनी पड़ी. स्कूल में तेंदुए के घुसने से अफरा-तफरी मच गई. हालांकि आनन-फानन में वन विभाग के अधिकारी और वन्यजीव समूह वाइल्डलाइफ एसओएस के सदस्य घटना स्थल पर पहुंचे.
Viral Video: कई बार जंगली जानवर रिहायशी इलाकों (Residential Area) में आकर भटकने लगते हैं, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बन जाता है. रिहायशी इलाकों में दाखिल होने वाले जानवरों को रेस्क्यू करने के लिए रेस्क्यू टीम (Rescue Team) को काफी मशक्कत करनी पड़ती है, क्योंकि अगर जानवर को सही तरीके से और सही समय पर नहीं कंट्रोल किया गया तो स्थिति तनावपूर्ण हो सकती है. तेंदुए (Leopard) के आतंक की एक ऐसा ही हैरान करने वाली घटना हाल ही में महाराष्ट्र (Maharashtra) के अहमदनगर (Ahmednagar) से सामने आई है, जहां एक घायल तेंदुआ स्कूल की कैंटीन में दाखिल हो गया है और उसे निकालने के लिए रेस्क्यू टीम को कई घंटों तक मशक्कत करनी पड़ी.
स्कूल में तेंदुए के घुसने से अफरा-तफरी मच गई. हालांकि आनन-फानन में वन विभाग के अधिकारी और वन्यजीव समूह वाइल्डलाइफ एसओएस के सदस्य घटना स्थल पर पहुंचे. इस वीडियो को वाइल्डलाइफ एसओएस के यूट्यूब पेज पर शेयर किया गया है. बताया जा रहा है कि तकली ढोकेश्वर गांव स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में चार घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, जिसके बाद बड़ी बिल्ली को रेस्क्यू करने में कामयाबी मिली. यह भी पढ़ें: झील में पानी पीने गए हिरण की मगरमच्छ से बाल-बाल बची जान, तो घात लगाए शिकारी तेंदुए ने ऐसे किया उसका काम तमाम (Watch Viral Video)
देखें वीडियो-
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैंटीन में दाखिल होने के बाद तेंदुए के सभी प्रवेश और निकास बिंदुओं को सुरक्षित कर लिया गया और हालात का सावधानीपूर्वक आंकलन किया गया. मौके पर पहुंची टीम तेंदुए को रेस्क्यू करने के लिए काफी मशक्कत करती दिख रही है. तेंदुए का पता लगाना मुश्किल लग रहा है, जिसके बाद उसके स्थान की पुष्टि होने पर रसोई के दरवाजे में एक छेद बनाया गया और उसे स्थिर करने के लिए एक ट्रैक्विलाइजर दिया गया. तेंदुए को रेस्क्यू करने के बाद उसे जुन्नार में मानिकदोह तेंदुआ बचाव केंद्र में चिकित्सा देखभाल के लिए रखा गया है.