Viral Video: पानी की बोतल पर 5 रुपये एक्स्ट्रा चार्ज करने पर IRCTC स्टाफ़ और यात्री के बीच बहस का वीडियो आया सामने
पानी की बोतल पर 5 रुपये ज्यादा लेने पर लड़ाई (Photo: X|@gharkekalesh)

क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे देश में भ्रष्टाचार क्यों पनप रहा है, जबकि हमारे आस-पास के 'हर कोई' इसका विरोध कर रहा है? एक वीडियो सामने आया है, जो "क्रैब मानसिकता" के रूप में जानी जाने वाली बात की ओर इशारा करता है और ऐसा लगता है कि यह इस बात को समझाता है. अगर एक व्यक्ति भ्रष्टाचार का विरोध करता है, तो दूसरे उसे नीचे गिराने की कोशिश करते हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में, भारतीय रेलवे के एक कर्मचारी और एक यात्री को 5 रुपये को लेकर बहस करते हुए देखा जा सकता है. यात्री ने दावा किया कि उससे अतिरिक्त पैसे लिए गए. यह भी पढ़ें: VIDEO: ढाबा कर्मचारियों और मालिक की दादागिरी! महाकुंभ जा रहे यात्रियों से की मारपीट, गाड़ी के कांच भी तोड़े, आगरा के फतेहाबाद का वीडियो आया सामने

बोतल बेचने वाले ने बोतल के लिए 20 रुपये लिए और कहा कि वह 5 रुपये अतिरिक्त पाने का हकदार है क्योंकि वह कड़ी मेहनत कर रहा है. यात्री, जिसने खुद को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बताया, ने कहा कि सरकार बोतल बेचने वाले को पैसे दे रही है और वह यात्रियों से "सेवा शुल्क" नहीं ले सकता. जब दोनों बहस कर रहे थे, तो अन्य यात्रियों ने बीच में आकर भ्रष्टाचार को सार्वजनिक रूप से उजागर करने के बजाय यात्री पर हमला कर दिया. सह-यात्रियों में से एक ने कहा, "अगर आप अतिरिक्त पैसे नहीं देना चाहते हैं, तो न खरीदें." दूसरे ने कहा: "वह कड़ी मेहनत कर रहा है. आप निश्चित रूप से उसे पैसे दे सकते हैं."

पानी की बोतल पर 5 रुपये एक्स्ट्रा चार्ज करने पर IRCTC स्टाफ़ और यात्री के बीच बहस का वीडियो आया सामने:

यह सिर्फ़ ट्रेन यात्रियों की ही बात नहीं थी. एक्स यूज़र्स के एक वर्ग ने भी कहा कि उन्हें भुगतान करना चाहिए था. "लोग 100 रुपये टिप दे सकते हैं, लेकिन 5 रुपये अतिरिक्त नहीं देना चाहते." हालांकि, देश में सब कुछ खत्म नहीं हुआ है. कुछ एक्स यूजर्स ने यात्री का समर्थन किया और बताया कि यही कारण है कि भ्रष्टाचार व्याप्त है. खुद को आर्ची बताने वाली एक यूजर ने एक्स पर लिखा, "सभी जवाबों को देखिए, लोग उस व्यक्ति को 5 रुपये अतिरिक्त न देने के लिए दोषी ठहरा रहे हैं. कोई आश्चर्य नहीं कि इस देश में इतना भ्रष्टाचार है."