नई दिल्ली: पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया (Social Media) पर फेक ख़बरों की मानों जैसे बाढ़ सी आ गई है. लोग समझ नहीं पाते हैं कि कौन सी ख़बरें सच है और कौन सी झूठ हैं. कुछ इसी तरह से वायरल न्यूज वायरल हुई हैं. जिसमें दावा किया जा रहा है कि सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए यूपीएससी (UPSC) सिविल परीक्षा देने की अधिकतम उम्र 32 वर्ष से घटकर 26 वर्ष होने जा रही है. इस खबर को वायरल होने के बाद हर कोई सवाल पूछ रहा है कि क्या केंद्रीय लोक सेवा आयोग हकीकत में ऐसा करने जा रही हैं. तो जानते हैं कि वायरल न्यूज में यूपीएससी सिविल परीक्षा को लेकर क्या दावा किया गया है.
सोशल मीडिया पर वायरल खबर में जो दावा किया गया है. उसके अनुसार केंद्रीय लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सर्विसेज परीक्षा में जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट्स की आयु 32 वर्ष से घटाकर 26 वर्ष कर दी है. वायरल खबर को लोग सच समझे इसके साथ एक अखबार की कटिंग भी जोड़ी गयी है. यानी सामान्य वर्ग के छात्र अब 26 साल के उम्र के बाद IAS-IPS अधिकारी नहीं बन पायेंगे. यह भी पढ़े: Fact Check: केंद्र सरकार 15 अक्टूबर से नहीं खोलेगी स्कूल और कॉलेज? PIB से जानें वायरल खबर की सच्चाई
दावा: एक न्यूज़ आर्टिकल में यह दावा किया जा रहा कि सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए यूपीएससी सिविल परीक्षा देने की अधिकतम उम्र 32 वर्ष से घटकर 26 वर्ष होने जा रही है। #PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है। यूपीएससी द्वारा ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। pic.twitter.com/5SdBNF7KSz
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) October 19, 2020
वहीं इस खबर की सत्यता जब पीआईबी तरफ से जांची गई. तो मालूम पड़ा कि खबर फेक हैं. केंद्रीय लोक सेवा आयोग की तरफ से इस तरह का कोई निर्णय नहीं लिया गया है. ऐसे में सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली ऐसा ख़बरों से आप खुद सावधान रहे और दूसरों को भी सावधान रहे रखें.
Fact check
वायरल खबर में दावा किया गया है कि सामान्य वर्ग के छात्रों की UPSC सिविल परीक्षा देने की उम्र 32 से घटकर 26 वर्ष होने जा रही है
पीआईबी के फैक्ट चेक में इसे फेक खबर बताया गया है