आस्था या अंधविश्वास: उज्जैन में गोवर्धन पूजा के दिन लोगों को गायों से कुचलवाने की है परंपरा
ऐसी मान्यता है कि इस तरह गाय शरीर से गुजारने से लोगों की मन्नत पूरी होती है. लोग अपनी मन्नत को पूरा करने के लिए वहां जाते हैं.
लक्ष्मी पूजा के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा का विशेष आयोजन होता है. गोवर्धन पूजा को लोग अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं. इस त्योहार का भारतीय लोक-जीवन में काफी महत्व है. इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा संबंध दिखाई देता है. गोवर्धन पूजा में गोधन यानी गायों की पूजा की जाती है. मगर महाकाल के शहर उज्जैन से अंधविश्वास की अनोखी तस्वीर समने आ रही है. वहां गोवर्धन पूजा के नाम पर लोग जमीन पर लेट गए और गायों को उनपर से गुजारा गया.
दरअसल, ऐसी मान्यता है कि इस तरह गाय शरीर से गुजारने से लोगों की मन्नत पूरी होती है. लोग अपनी मन्नत को पूरा करने के लिए वहां जाते हैं. मगर इस तरह की तस्वीरें चौकाने वाली हैं. बताया जाता है कि ये बरसों पुरानी मान्यता है. सालों से दिवाली के अगले दिन ऐसा किया जाता है.
बता दें कि इस प्रथा से कई लोग घायल भी हो जाते हैं और कईयों को गंभीर चोट भी आती हैं. मगर फिर भी सालों से यह प्रथा चलती आ रही है. समय-समय पर इस प्रथा के खिलाफ आवाज भी उठाई गई है मगर ग्रामीणों के दबाव के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई.