अमेरिका: पराग और वैभव इन दोनों भारतीय पुरुषों ने एक दूसरे से की अनोखे अंदाज में शादी, देखें तस्वीरें
पराग मेहता और वैभव जैन बंधे शादी के बंधन में, (फोटो क्रेडिट्स: इन्स्टाग्राम)

पराग मेहता और वैभव जैन दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया. दोनों भारतीय हैं और अमेरिका में ही रहते हैं. दोनों के रिश्ते के लिए उनके परिवार वाले भी तैयार हो गए. पराग और वैभव दोनों सिंपल शादी करना चाहते थे. लेकिन उनकी फैमिली ये शादी धूम- धाम से करना चाहती थी. परिवार की मर्जी दोनों को माननी पड़ी. जिस तरह दुल्हन हाथ में मेहन्दी रचाती है उस तरह दोनों ने हाथ में मेहंदी रचाई. दोनों ने शेरवानी के साथ सर पर साफा भी पहना. शादी के लिए दोनों दुल्हों की बरात निकली. पराग मेहता ने अपने इन्स्टाग्राम अकाउंट पर अपने हाथों में लगी मेहंदी की तस्वीरें शेयर की हैं. पराग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी लिखा है कि, जैन धर्म में शादी की प्लानिंग करना सबसे मुश्किल काम है, क्योंकि हम दोनों जानते हैं कि इंडियन शादी के रिवाज बहुत सख्त होते हैं. ये अच्छी तरह से हो जाए यही बड़ी बात है. इसमें बहुत सारे रीति रिवाज होते हैं, जो साफ तौर पर लड़कियों के लिए होते हैं. शुक्र है कि वैभव ने पेन लिया और एक अच्छी स्क्रिप्ट तैयार की. समाज के इन रीति-रिवाज़ को बदलने की जरुरत है.

 

View this post on Instagram

 

Hard to believe it’s only been one month since we tied the knot – or, more specifically, since our loved ones tied a knot around us. Happy month-a-versary, husband! 🤵🏾♥️🤵🏽 #2Jainz #HeMehtaJain #VaibhavsParagative

A post shared by Vaibhav Jain (@vaibhav86jain) on

यह भी पढ़ें: समलैंगिक पार्टनर से शादी के लिए इस लड़के ने मानी परिवार की सारी शर्तें, बन गया लड़की, उसके बाद हुआ ये हाल...

पराग ने जब मेहंदी लगाने की बात कहीं तो उन्हें कहा गया कि लड़के मेहन्दी नहीं लगाते है. ये सिर्फ लड़कियों के लिए होता है. लेकिन मेहंदी सुहाग की निशानी है इसलिए दोनों ने मेहंदी लगाई. दोनों की बारात नाचते गाते मंडप तक पहुंची दोनों की सास ने उनका तिलक किया. लड़का लड़की की शादी में कन्यादान होता हैं, लेकिन वैभव और पराग ने अपनी शादी में वरदान करवाया. दोनों के इस फैसले में उनके परिवार ने उनका साथ दिया. पराग मेहता और वैभव जैन की अब तक की बहुत ही अनोखी शादी है. जिसमें रीति-रिवाज़ धूम-धाम की कोई कसर बाकी नही थी. नहीं तो आप सब जानते हैं कि समलैंगिक शादि के लिए परिवार का सपोर्ट जल्दी नहीं मिलता. धूम-धाम से शादी तो दूर की बात है.