सूरत: गुजरात यूनिवर्सिटी प्रशासन की अनोखी पहल, गलती करने पर स्टूडेंट्स को देते हैं पौधे लगाने की सजा
सूरत में गुजरात यूनिवर्सिटी प्रशासन अब स्टूडेंट्स को सजा देने के लिए उन्हें पौधे रोपने के लिए कहता है. प्रोफेसर एम. पटेल ने बताया कि अलग-अलग वजहों से स्टूडेंट्स को सजा दी जाती है. ऐसे में हमने सोचा कि क्यों न पारंपरिक सजाओं के स्थान पर उन्हें पौधे रोपने के लिए कहा जाए. यह पर्यावरण के लिए अच्छा होगा.
गुजरात यूनिवर्सिटी (Gujarat University) ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक अनोखी पहल की है. दरअसल, सूरत (Surat) में गुजरात यूनिवर्सिटी प्रशासन स्टूडेंट्स (Students) द्वारा प्रोजेक्ट पूरा न करने या फिर कोई गलती करने पर उन्हें पौधे लगाने की सजा देता है. खास बात यह है कि ऐसी सजा पाने के लिए स्टूडेंट्स अक्सर ऐसी गलती करने के लिए तैयार रहते हैं. प्रोफेसर एम. पटेल (Professor M. Patel) ने बताया कि अलग-अलग वजहों से स्टूडेंट्स को सजा दी जाती है. ऐसे में हमने सोचा कि क्यों न पारंपरिक सजाओं के स्थान पर उन्हें पौधे रोपने (Plant Saplings) के लिए कहा जाए. यह पर्यावरण (Environment) के लिए अच्छा होगा.
दरअसल, यूनिवर्सिटी कैंपस में जहां भी हरियाली नजर आती है, उन पेड़-पौधों को छात्रों द्वारा सजा के तौर पर लगाया गया है. प्रोफेसर एम. पटेल ने कहा कि हम छात्रों को पढ़ाते वक्त पर्यावरण के महत्व के बारे में बताते हैं. दूसरी तरफ, छात्र पौधे लगाने की इस सजा को सकारात्मक तरीके से देखते हैं. यह भी पढ़ें- गुजरात: बाढ़ के पानी से भरी सड़क पर आया मगरमच्छ, किया कुत्ते पर हमला था, देखें वायरल वीडियो.
वहीं, पढ़ाई पूरी कर कॉलेज छोड़ चुके छात्र भी अपने लगाए पेड़-पौधों को देखने के लिए यहां आते रहते हैं. दरअसल, इस तरह की सजा से छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ रही है. इसके साथ ही दूसरे शिक्षण संस्थानों के लिए भी यह प्रेरणादायक साबित होगा.