Shocking Video: आइसलैंड में 800 बाद फटा ज्वालामुखी, ड्रोन कैमरे ने कैद किया हैरान करने वाला वीडियो
800 साल बाद फटा ज्वालामुखी (Photo Credits: Facebook)

Shocking Video: करीब 800 साल बाद आइसलैंड (Iceland) में ऐसा कुछ हुआ जो काफी हैरान करने वाला है. दरअसल, रेक्जेनस पेनिनसुला  (Reykjanes Peninsula) में फगराडल्स पहाड़  (Fagradalsfjall) पर मौजूद ज्वालामुखी करीब 800 साल बाद फट गया और लावा उगलने लगा. ज्वालामुखी से निकलते लावा ने आसमान को मीलों तक लाल कर दिया. यह ज्वालामुखी राजधानी रेक्जाविक (Reykjavik) से लगभग 30 किमी दक्षिण-पश्चिम में है. हालांकि लावा उगलते ज्वालामुखी पर ड्रोन कैमरा पहुंचा और यह हैरान करने वाली अविश्वसीन घटना कैमरे में कैद हो गई. आइसलैंड मौसम विज्ञान कार्यालय के अनुसार, विस्फोट 19 मार्च को सुबह 8:45 बजे शुरू हुआ. हालांकि विस्फोट से कई घंटे पहले Fagradalsfjall से 1.2 किमी दूरी पर 3.1 तीव्रता वाला भूकंप दर्ज किया गया था.

हालांकि विस्फोट के ठीक चार घंटे बाद पिछला हुआ लावा क्षेत्र के एक वर्ग किलोमीटर के दायरे तक फैल गया, जो लगभग 200 फुटबॉल ग्राउंड के बराबर है. नतीजतन Thorlakshofn टाउन के निवासियों को ज्वालामुखी गैसों के संपर्क में आने से बचने के लिए घर के भीतर रहने के लिए कहा गया. लावा उगलते हुए ज्वालामुखी का हैरान करने वाला वीडियो तेजी से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो रहा है.

देखें वीडियो-

बता दें कि इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर ज्वालामुखी के कई तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, लेकिन एक ड्रोन ज्वालामुखी विस्फोट के अद्भुत नजारे को कैद करने में कामयाब रहा है. ड्रोन फुटेज को इंस्टाग्राम और फेसबुक ब्लॉगर ब्योर्न स्टीनबेक ने पोस्ट किया था, जो वायरल हो गया. बताया जा रहा है कि ये ज्वालामुखी पिछले 800 सालों से नहीं फटा था, लेकिन अब इसमें से लावा निकल रहा है और करीब 32 किलोमीटर दूर से भी इस लावा को देखा जा सकता है.

एक और वीडियो-

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Bjorn Steinbekk (@bsteinbekk)

इस ज्वालामुखी के करीब जो सड़क है उसकी दूरी इससे 2.5 किलोमीटर है. दरअसल, हाल ही में भूंकप आने के कारण यहां ज्वालामुखी के फटने की आशंका जताई गई और लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया. इसके साथ ही लोगों को अपने घरों की खिड़कियों, दरवाजों को बंद रखने के लिए कहा गया, ताकि उन्हें हवा में फैली गैस से कोई नुकसान न हो. बता दें कि आइसलैंड में 30 से भी ज्यादा सक्रिय और विलुप्त ज्वालामुखी हैं.