व्हाट्सऐप (WhatsApp) पर इन दिनों एक मैसेज खूब वायरल हो रहा है. वायरल मैसेज में दावा किया गया है कि अगर किसी ग्रुप पर कोरोना वायरस को लेकर कोई जोक शेयर किया गया, तो इसको लेकर ग्रुप एडमिन पर कार्रवाई होगी. वायरल मैसेज में लिखा गया है कि अगर ग्रुप में कोरोना वायरस को लेकर कोई जोक शेयर किया गया तो ग्रुप एडमिन और ग्रुप मेंबर्स के खिलाफ धारा 68, 140 और 188 के उल्लंघन के तरह कार्रवाई की जाएगी. वायरल मैसेज में ग्रुप एडमिन से अपील की गई है कि वे दो दिन के लिए ग्रुप बंद कर दें.
वायरल मैसेज में लिखा गया है, "ग्रुप एडमिन से अनुरोध है कि वह 2 दिनों के लिए ग्रुप को बंद कर दे क्योंकि पुलिस एडमिन और ग्रुप मेंबर्स के खिलाफ सेक्शन 68, 140 और 188 के खिलाफ एक्शन ले सकती है. अगर कोई गलती से भी कोरोना पर कोई जोक पोस्ट करता है तो इससे सभी परेशानी में आ सकते हैं. प्रेस ब्यूरो ऑफ इंडिया (PIB) द्वारा किए गए फैक्ट चेक में यह पाया गया है यह पोस्ट निराधार और फेक है. यह भी पढ़ें- Fact Check: क्या अब आपके Whatsapp चैट्स पढ़ेगी सरकार? जानिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज की सच्चाई.
यहां देखें PIB का ट्वीट-
Fake message is going around on social media claiming that legal action would be taken against admin and group members who post jokes on #Coronavirus , hence group admin should close the group for 2 days.
This is #Fake! No such order has been issued by the Government pic.twitter.com/TFB5GCH2Vg
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 6, 2020
पीआईबी फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा गया है, 'सोशल मीडिया पर इस तरह के फेक मेसेज शेयर किए जा रहे हैं कि कोरोना वायरस को लेकर जोक्स शेयर करने से ग्रुप एडमिन और ग्रुप के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, इसलिए एडमिन दो दिन के लिए सभी ग्रुप बंद कर दें. यह फेक है और सरकार की ओर से ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है.'
देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 4421 हो गई है. कोरोना के 3981 केस अभी सक्रिय हैं वहीं 325 लोग ठीक हो चुके हैं. कोरोना से अब तक देश में 114 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना के चलते देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है. इस लॉकडाउन के चलते जरुरी सामान को छोड़कर अन्य सभी दुकाने बंद हैं. यह लॉकडाउन 14 अप्रैल तक चलेगा.
Fact check
व्हाट्सऐप पर कोरोना वायरस को लेकर जोक शेयर करने पर हो सकती है जेल.
सरकार की ओर से ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है. यह मैसेज फेक है.