Fact Check: मुहर्रम के मौके पर मुंबई से घोड़े की परेड का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें देखा गया कि दो व्यक्ति एक घोड़े को भीड़ के बीच से ले जा रहे हैं. घोड़े के शरीर पर घाव के कई निशान हैं. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा था कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने निर्दोष जानवर को चोट पहुंचाई है. उन्होंने मुहर्रम के दिन सड़कों पर परेड के लिए घोड़े को घायल कर दिया. हालांकि, यह सच नहीं है और घायल घोड़े को परेड कराने का दावा झूठा है. logicallyfacts.com और news.abplive.com ने भी इस वायरल वीडियो को फेक बताया है.
लॉजिकली फैक्ट्स ने डोंगरी पुलिस जोन 1 स्टेशन के एक पुलिसकर्मी के हवाले से बताया है कि यह वीडियो मुंबई के डोंगरी इलाके का है. यहां 17 जुलाई, 2024 को कथित तौर पर आशूरा मनाया गया. इस दौरान घोड़े पर पेंट किया गया था और वह घायल नहीं था.
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मुंबई में मुहर्रम जुलूस में घायल घोड़े की परेड का यही वीडियो हुआ था वायरल
Mumbai:- Muslims take a terrified, innocent horse, repeatedly slash it with a knife, and parade the bloodied, injured animal around to commemorate Muharram.
These psychopaths have grown tired of slashing and beating themselves and have instead decided to target an innocent animal pic.twitter.com/ykkE13bRoc
— Gems_Of_Whites (@Ghyan0) July 18, 2024
पेटा इंडिया के मैनेजर मीत अशर ने घोड़े को घायल होने को बताया था फेक
We object to the use of any animal during processions. In this case, the Dongri police tell us the horse was painted. This is also highly objectionable, but the horse is not lacerated. PETA India offered a mechanical elephant for a Muharram procession this year but our offer was… https://t.co/4E3WVrVCmz
— Meet Ashar (@asharmeet02) July 18, 2024
पेटा इंडिया के मैनेजर मीत अशर ने भी अपने एक पोस्ट में यह दावा किया है कि घोड़े को कोई चोट नहीं लगी थी. उन्होंने जुलूस के कई वीडियो भी शेयर किए, जिनमें से एक में एक व्यक्ति सफेद घोड़े पर पेंटिंग करता हुआ दिखाई दिया. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि हम किसी भी जुलूस के दौरान किसी भी जानवर के इस्तेमाल का विरोध करते हैं. इस मामले में, डोंगरी पुलिस हमें बताती है कि घोड़े को पेंट किया गया था. यह भी अत्यंत आपत्तिजनक है, लेकिन घोड़ा कटा हुआ नहीं है. PETA इंडिया ने इस साल मुहर्रम जुलूस के लिए एक यांत्रिक हाथी की पेशकश की थी, लेकिन हमारे प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया, लेकिन हम आगे भी इस दिशा में प्रयास करेंगे.
बता दें, मुहर्रम के दौरान दुनियाभर के शिया मुसलमान अशूरा के दिन घायल घोड़े की परेड निकालते हैं. यह रिवाज इमाम हुसैन के घोड़े की याद में निकाला जाता है, जो कर्बला की लड़ाई में गंभीर रूप से घायल हो गया था. यह भी माना जाता है कि इमाम हुसैन की शहादत हुई और उन पर 10 घोड़ों के पैर चढ़ गए थे.