नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 21 दिन के लॉकडाउन का आदेश दिया है. इसी बीच इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा जा रहा है कि, 'बिहार में पुलिस एक मस्जिद में छुपे 14 चीनी मुस्लिमों को कोरोना वायरस का टेस्ट करवाने के लिए ले गई. ईरोड पुलिस ने कोरोना वायरस से संक्रमित थाईलैंड के मुस्लिमों को हिरासत में लिया. आज सलेम पुलिस ने एक मस्जिद से 11 इंडोनेशियाई मुस्लिमों को पकड़ा. इस वीडियो में देखा जा रहा है कि वे चम्मच, प्लेट और बर्तनों पर अपनी लार लगा रहे हैं और वे कोरोना वायरस को फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो मौजूदा समय का नहीं है. यह वीडियो काफी पुराना है. जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाएं गलत है. यह भी पढ़े-Fact Check: कोरोना के कारण इटली की सड़कों पर क्या सच में फेंकें गए पैसे, जानिए वायरल तस्वीरों की हकीकत
इसी कड़ी में एक नजर वीडियो सहित कुछ सोशल मीडिया पोस्ट पर-
एक अन्य पोस्ट इस प्रकार है-
फेसबुक पर वीडियो-
वहीं वीडियो में झूठे बर्तनों को चाट रहे सभी युवा व्यक्ति दाउदी बोहरा समाज के लोग हैं. दाउदी बोहरा समाज के लोग खाने की बहुत सम्मान करते हैं, इसलिए ये व्यक्ति खाने के बाद थाली, चम्मच और कटोरी जैसे सारे बर्तनों को पहले चाटकर साफ करते हैं और फिर उन्हें धोते हैं.
Fact check
कोरोना वायरस को फैलाने के लिए मुस्लिम चाट रहे हैं बर्तन.
दाउदी बोहरा समाज के लोग भोजन के जीरो वेस्टेज पर विश्वास रखते हैं इसलिए वे बर्तनों को चाट रहे हैं.