Fact Check: कोरोना के कारण इटली की सड़कों पर क्या सच में फेंकें गए पैसे, जानिए वायरल तस्वीरों की हकीकत
वायरल तस्वीर (Photo Credits: Twitter)

दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी से इटली (Italy) सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. इस घातक बीमारी ने 12 हजार से अधिक लोगों की जिंदगियां छीन ली है. जबकि एक लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित है. कोविड-19 के प्रकोप से इटली तबाही के कगार पर पहुंच चुका है. इस बीच इटली से जुड़ी भयावह फर्जी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. ऐसी ही एक फेक पोस्ट में दावा किया गया है कि इटली की सड़कों पर वहां के लोगों ने अपनी सारी दौलत लूटा दी है. इटली में लोगों ने अपने पैसे को रास्ते में फेंक दिया है और दुनिया को बता दिया के यह दौलत मौत के सामने किसी काम की नहीं है. हालांकि इसकी पुष्टी करने के लिए सड़क पर बिखरे पैसे की कुछ तस्वीरें भी ट्विटर और फेसबुक पर साझा की जा रही हैं.

ऑनलाइन वायरल हो रही तस्वीरों में खाली सड़कों पर बहुत सारे नोट बिखरे दिखाई दे रहे हैं. छानबीन में पता चला है कि यह तस्वीरें वेनेजुएला (Venezuela) की हैं, ना कि कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रही इटली की. इन तस्वीरों में देखा गया पैसा वेनेजुएला की पुरानी करेंसी है. वेनेजुएला की करेंसी बोलिवर सोबरानो (Bolivar Soberano) को अगस्त 2018 में बदल दिया गया था. यानि कि वेनेजुएला की सड़क पर फेंकें गए पैसे किसी काम के नहीं है. लेकिन अब इन्हीं तस्वीरों का इस्तेमाल कर इटली के बारे में फर्जी खबरें फैलाने के लिए जा रहा है.

इस महामारी से इटली की गंभीर स्थिति को पहले भी निशाना बनाया जा चुका है. कुछ दिनों पहले भी इटली के प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंते के नाम से फर्जी खबर फैलाई गई थी. इसमें कहा गया था कि इतालवी प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस के सामने घुटने टेक दिए है. इसमें भी इतालवी पीएम की गलत तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था. Fact Check: कोरोना वायरस को रोकने में असफल होने से कैमरे के सामने रो पड़े इटली के प्रधानमंत्री ? जानें क्या है वायरल खबर की सच्चाई

सोशल मीडिया पर इन दिनों कोरोना वायरस से संबंधित हर फेक न्यूज जंगल की आग की तरह फैल रही है. ऐसे में हम आपसे अपील करते है कि किसी भी ऑनलाइन खबर या पोस्ट पर विश्वास करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच जरुर कर लें. सोशल मीडिया पर ऐसी झूठी खबरों को शेयर करने से परहेज करें.