'Mukund Mishra' Viral Video: क्या मेंटल हेल्थ सिर्फ सोशल मीडिया पर बात करने का विषय है? सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद प्रथमेश बरगे के इस मोनोलॉग वीडियो को हर किसी को देखना चाहिए!
Prathamesh Barge as Mukund Mishra monologue (Photo Credits: Instagram)

'Mukund Mishra' Viral Video: अगर आपके सोशल मीडिया पर हर जगह 'मुकुंद मिश्रा' का वायरल वीडियो दिख रहा है, तो आप अकेले नहीं हैं! यह वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. अभिनेता प्रथमेश बरगे (Prathamesh Barge) का पॉवरफुल मोनोलॉग वीडियो मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात कर रहा है. इसमें बताया गया है कि यह कितना जरुरी है कि आप वास्तव में दूसरों का साथ दें न कि सिर्फ सोशल मीडिया पर साथ निभाएं. याद है कि जिस समय सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की आत्महत्या की खबर के बाद देश सदमे में था. हर किसी के लिए इस खबर पर विश्वास करना मुश्किल था.

सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या ने सभी को झखजोर कर रख दिया था. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) के बारे में खुलकर बातचीत की जा रही है. कई लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए घोषणा की कि अगर कोई बात करना चाहता है तो वो सुनने के लिए उपलब्ध हैं. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद सोशल मीडिया पर मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के संदेशों की एक लहर सी छा गई. यूजर्स ने लोगों को अपने प्रियजनों से हर मसले पर बात करने का आग्रह किया. भारत में कई लोग ऐसे हैं, जो मेंटल हेल्थ का शिकार हैं. जिन्हें समझने की हमें जरुरत है. मेंटल हेल्थ को लेकर सोशल मीडिया पर एक दिल छू लेने वाली कहानी वायरल हो रही है.

अभिनेता प्रथमेश बरगे ने इस कहानी को शेयर किया है. प्रथमेश बरगे ने 11 मिनट का वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, 'इस मोनोलॉग में, मैं एक किशोर लड़के 'मुकुंद मिश्रा' का किरदार निभा रहा हूं, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और मुंबई के एक टॉप कॉलेज में अपनी इंजीनियरिंग पूरी कर रहा है. यह मोनोलॉग इस बात को लेकर है कि बदलती जीवनशैली और लॉकडाउन उनके मानसिक स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है.' वह इस दौरान मानसिक बीमारी से जूझता है, और इस बारे में अपने माता पिता तक से बात नहीं कर पाता है. भारत में कई लोग हैं जो इस दौर से गुजरते हैं.

यहां देखें मुकुंद मिश्रा का वायरल वीडियो

 

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Hey guys , So after really getting bored in the lockdown I decided to try something . So , in this monologue I am playing a character of a teen boy 'Mukund Mishra ' who is originally from U.P. and is completing his engineering in one of the top colleges in Mumbai . This monologue is about how changing lifestyle and lockdown affects his mental health . So the reason why I wrote this monologue is that when I came to my hometown before lockdown , after spending a few days I realised that mental health here is not considered as important as physical health and the lockdown took a toll on all of us and I personally experienced the drastic changes of being in solitude. I was moved by the demise of Sushant Singh Rajput and that pushed my thoughts to an extent where I had to pen down this monologue. It was always because of your support that I got motivated to bringing my thoughts to life by acting. Thank you so much for your love,support, and wonderful suggestion. If the video and acting move you like ,share and comment so that I am motivated to entertain you more. Thanks you @vama_gor for helping me ,means a lot. THIS VIDEO IS THE PROPERTY OF PRATHAMESH BARGE

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वीडियो की शुरुआत मुकुंद से होती है. वह बताता है कि वह कहां से आता है और कैसे उसके पिता, गांव के स्कूल के प्रधानाचार्य हैं जो चाहते हैं कि वह इंजीनियर बने. मुकुंद का पालन-पोषण एक रूढ़िवादी तरीके से हुआ है और उन्होंने अपना अधिकांश जीवन पढ़ाई में बिताया है. वह नहीं जानता कि दोस्त कैसे बनाए जाएं या लड़कियों से कैसे बात की जाए क्योंकि उसके माता-पिता का मानना है कि उसके दोस्त उसकी सफलता के रास्ते में आ सकते हैं.

जब वह मुंबई आता है तो उसे महसूस होता है कि वह मुंबई की चकाचौंध वाली जिंदगी से बिल्कुल अलग था. वो लड़के, जो धूप का चश्मा पहनते हैं, बाइक चलाते हैं और कॉलेज आते हैं. वह उन सब से बिल्कुल अलग था. हालांकि, जैसे-जैसे समय बीतता गया, उसके क्लासमेट्स ने उससे बात करना शुरू किया, उसके साथ दोस्ती बढ़ाई उसको फेसबुक पर जोड़ा. इस बारे में मुकुंद कहता है कि यह उसके जीवन का सबसे अच्छा समय था, इससे उसे वह विश्वास मिला जो उसने अपने जीवन में कभी महसूस नहीं किया था. हालांकि, यह लंबे समय तक नहीं चला.

कोरोना वायरस महामारी के कारण सभी स्टूडेंट्स को घर जाना पड़ा. तब से किसी ने भी उससे बात करने का प्रयास नहीं किया. हर कोई उसे नजरअंदाज करने लगा. इस अकेलेपन ने उसकी चिंता बढ़ा दी. वह कई घंटे सोता था और अकेला महसूस करता था. उसने अपने पिता से बात करनी की कोशिश की. लेकिन वे मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को नहीं समझे. आखिर में उन्होंने इस बात पर जोर डाला कि जब फेमस सेलेब्रिटी सुसाइड कर ले तो सभी को फर्क पड़ता है, लेकिन जब एक स्टूडेंट सुसाइड करे तो किसी को फर्क नहीं पड़ता.

यह मोनोलॉग काल्पनिक हो सकता है, लेकिन इसमें बहुत सच्चाई जुड़ी है. कई लोग इस झूझते हैं और अभी भी जूझ रहे हैं. सेलिब्रिटी की मौत का शोक मनाना जायज है. लेकिन हमें अपने आस-पास भी देखना होगा और लोगों तक मदद पहुंचानी होगी.

प्रथमेश बरगे ने भी वीडियो में अपील की है कि लोग सोशल मीडिया से बाहर आएं और अपने चारों तरफ देखें हो सकता है हमें ऐसा कोई मिल जाए जो किसी से बात करने का इंतजार कर रहा हो. हो सकता है आप वास्तव में किसी की मदद कर पाएं. प्रथमेश बरगे के इस वीडियो को खूब पसंद किया जा रहा है. यह सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किया जा रहा है.