Indian Railways क्या अपने नॉन-गैजेटेड कर्मचारियों को देगी बोनस? जानें हकीकत

कोरोना वायरस महामारी के बीच सोशल मीडिया पर फर्जी जानकारियों का चलन भी तेजी से बढ़ा है. हर रोज अनगिनत फेक सूचनाएं सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. कई बार यह लोगों के लिए मुसीबत का सबब भी बन रही है. इसी क्रम में पत्र सूचना कार्यालय (Press Information Bureau/ पीआईबी) ने एक झूठे दावे का पर्दाफाश किया है.

फर्जी पोस्ट (Photo Credits: PIB)

नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच सोशल मीडिया पर फर्जी जानकारियों का चलन भी तेजी से बढ़ा है. हर रोज अनगिनत फेक सूचनाएं सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. कई बार यह लोगों के लिए मुसीबत का सबब भी बन रही है. इसी क्रम में पत्र सूचना कार्यालय (Press Information Bureau/ पीआईबी) ने एक झूठे दावे का पर्दाफाश किया है. जिसमें रेल कर्मचारियों (Rail Employees) को बोनस देने की बात कही गई है.

'पीआईबी फैक्ट चेक' ने एक ट्वीट में बताया कि रेल मंत्रालय द्वारा कथित रूप से जारी एक आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस पोस्ट में दावा किया गया है कि रेलवे (Indian Railways) अपने नॉन-गैजेटेड कर्मचारियों को साल 2019-2020 में उत्पादकता लिंक्ड बोनस देगी. Fact Check: क्या लद्दाख में भारतीय वायुसेना का Mi-17 चॉपर क्रैश हुआ? पाकिस्तान के पत्रकार ने फेक न्यूज फैलाने के लिए दुर्घटनाग्रस्त भारतीय हेलीकॉप्टर की पुरानी तस्वीर की शेयर

प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) की ‘पीआईबीफैक्टचेक' (PIB Fact Check) यूनिट ने इस दावे को गलत बताया है. यह दावा फेक है. सरकार ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है. कुछ समय पहले ऐसी ही एक पोस्ट में दावा किया गया था कि कोरोना वायरस से उपजे आर्थिक संकट की वजह से केंद्र सरकार रेलवे कर्मचारियों को सैलरी नहीं देने वाली है. जबकि ऐसा कोई बयान भी आज तक किसी अधिकारी ने नहीं दिया है.

उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर इन दिनों कोरोना वायरस से संबंधित हर फेक न्यूज जंगल की आग की तरह फैल रही है. ऐसे में हम आपसे अपील करते है कि किसी भी ऑनलाइन खबर या पोस्ट पर विश्वास करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच जरुर कर लें. सोशल मीडिया पर ऐसी झूठी खबरों को शेयर करने से परहेज करें. साथ ही साथ अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहें.

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