FACT CHECK: क्या पहलगाम हमले के बाद अजय देवगन ने शाहिद अफरीदी से मुलाकात की? जानें वायरल तस्वीर की असली सच्चाई

Ajay Devgn Shahid Afridi Meeting After Pahalgam Attack Fact Check: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक कोलाज तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी को साथ में बातचीत करते हुए देखा जा सकता है. कुछ यूजर्स इसे वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) के भारत-पाकिस्तान मैच रद्द होने के बाद का बता रहे हैं और तरह-तरह के आरोप भी लगा रहे हैं. लेकिन क्या वाकई ये तस्वीरें हाल की हैं और मैच रद्द होने के बाद ली गई हैं? आइए जानते हैं पूरी पड़ताल. फेसबुक और एक्स (Twitter) जैसे प्लेटफॉर्म पर वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि अजय देवगन पाकिस्तान के उस खिलाड़ी के साथ हंसी-मजाक कर रहे हैं जो भारत के खिलाफ विवादास्पद बयान देता रहा है.

कुछ लोग अजय देवगन पर राष्ट्रहित के खिलाफ काम करने का भी आरोप लगा रहे हैं क्योंकि वह WCL के सह-मालिक हैं.

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अजय देवगन और शाहिद अफरीदी की तस्वीरें वायरल

सच क्या है?

जांच के मुताबिक, ये तस्वीरें जुलाई 2024 की हैं जब इंग्लैंड के बर्मिंघम में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स टूर्नामेंट हुआ था. उस समय भारत और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों के बीच मुकाबला खेला गया था. गूगल रिवर्स इमेज सर्च से पता चला कि अजय देवगन और शाहिद अफरीदी की वायरल तस्वीर 6 जुलाई 2024 की है, जब भारत-पाकिस्तान का मैच शुरू होने से पहले दोनों के बीच हाथ मिलाते और सामान्य बातचीत करते देखा गया था.

अजय देवगन इस टूर्नामेंट के को-ओनर हैं और इस नाते वह आयोजनों में मौजूद रहे. उनके साथ WCL के सीईओ हर्षित तोमर भी वहां मौजूद थे.

मैच रद्द होने की सच्चाई

दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच 20 जुलाई 2025 को एक और मैच होना था, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश में तनाव का माहौल था. हरभजन सिंह, शिखर धवन और यूसुफ पठान जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने मैच में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया. इसके चलते मैच को रद्द कर दिया गया.

लेकिन वायरल हो रही तस्वीरें इस रद्द मैच की नहीं बल्कि एक साल पहले की हैं.

नतीजा

अजय देवगन और शाहिद अफरीदी की बातचीत की जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर घूम रही हैं, वो न तो हाल की हैं और न ही किसी विवाद या हमले के बाद की हैं. ये 2024 के एक खेल आयोजन की पुरानी तस्वीरें हैं जिन्हें अब गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है.

इसलिए सोशल मीडिया पर दिख रही हर तस्वीर या दावा सच नहीं होता. फैक्ट चेक जरूरी है ताकि अफवाहें फैलने से रोकी जा सकें.