Coronavirus: क्या 4 राज्यों के सभी स्कूलों और दफ्तरों में 14 से 21 मार्च तक है सार्वजनिक छुट्टी? जानें स्वास्थ्य मंत्रालय के वायरल हो रहे इस सर्कुलर की सच्चाई
स्वास्थ्य मंत्रालय का फेक सर्कुलर हुआ वॉट्सऐप पर वायरल

नई दिल्ली: दुनिया भर में महामारी के तौर पर तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) की चपेट में आने वाले लोगों का आंकड़ा दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है. भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus Outbreak) पीड़ितों की संख्या बढ़कर 85 हो गई है. कोरोना वायरस को लेकर एक ओर जहां सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता फैलाने की कोशिशें जारी हैं, तो वहीं सोशल मीडिया (Social Media) पर कोरोना वायरस को लेकर फेक खबरों (Fake News) की भी भरमार लगी हुई है. मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप (WhatsApp) पर एक ऐसी ही झूठी खबर वायरल हो रही है. वॉट्सऐप पर स्वास्थ्य मंत्रालय का एक सर्कुलर (Health Ministry Circular) वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि चार राज्यों- उत्तर प्रदेश, सिक्किम, महाराष्ट्र और गुजरात में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण 14 से 21 मार्च तक सार्वजनिक छुट्टी दी जाएगी. इसके साथ ही इसमें कहा गया है कि इस दौरान सभी स्कूल, कॉलेज, अन्य शैक्षणिक संस्थान, सार्वजनिक व निजी संगठनों के साथ-साथ 10 से ज्यादा कर्मचारियों वाले ऑफिस बंद रहेंगे.

वॉट्सऐप पर वायरल हो रहे स्वास्थ्य मंत्रालय के इस सर्कुलर (Viral Circular) के पीछे के तथ्यों की जब जांच की गई तो पता चला कि यह एक फेक सर्कुलर है, जिसके चलते सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है. यह वायरल सर्कुलर फेक है यह बताने के लिए भारत सरकार की ओर से एक बयान जारी किया. इस बयान में यह साफ किया गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस तरह का कोई भी सर्कुलर जारी नहीं किया है. आगे कहा गया है कि गलत सूचना और अफवाह फैलाने के लिए अगर कोई व्यक्ति जिम्मेदार पाया जाता है तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.

वॉट्सऐप पर वायरल हुआ फेक सर्कुलर

वॉट्सऐप पर वायरल हुआ स्वास्थ्य मंत्रालय का फेक सर्कुलर

स्वास्थ्य मंत्रालय का जो फेक सर्कुलर वायरल हुआ है उसमें राज्यों के लिए छुट्टी की घोषणा के बारे में स्पष्टीकरण दिया गया है और उसमें 13 मार्च 2020 की तारीख लिखी हुई है. हालांकि सरकार द्वारा बयान जारी कर यह साफ किया गया है कि यह सर्कुलर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी नहीं किया गया है. इस मामले में मौजूदा कानून के तहद आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने सर्कुलर को बताया फेक

इस फेक सर्कुलर में द्वावा किया गया है कि यह आदेश सरकारी अधिकारियों द्वारा सख्ती से लागू किया जाएगा. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि अगर संगठनों ने इस आदेश का पालन नहीं किया तो उन पर 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा. यह भी पढ़ें: Coronavirus Hoax Message: कर्मचारियों को 5 मार्च से मिलेगी दो हफ्ते की पेड लीव, जानें कोरोना वायरस को लेकर वॉट्सऐप पर वायरल हो रहे इस मैसेज की सच्चाई

गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस के कुल 85 मामलों की पुष्टि हुई है. ये मामले 10 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों से सामने आए हैं. शुक्रवार को कोविड-19 (COVID-19) के कारण दौ मौतों की पुष्टि हुई है. कोरोना वायरस के चलते कर्नाटक में एक 76 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है तो वहीं शुक्रवार को दिल्ली में एक 69 वर्षीय महिला ने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया. इस घातक वायरस के प्रकोप के मद्देनजर राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 31 मार्च तक स्कूलों, सिनेमाघरों, थिएटरों और जिमों को बंद रखने का ऐलान किया गया है.

Fact check

Coronavirus: क्या 4 राज्यों के सभी स्कूलों और दफ्तरों में 14 से 21 मार्च तक है सार्वजनिक छुट्टी? जानें स्वास्थ्य मंत्रालय के वायरल हो रहे इस सर्कुलर की सच्चाई
Claim :

Public Holidays Announced in UP, Sikkim, Maharashtra and Gujarat From March 14-21 Due to Coronavirus

Conclusion :

Fake News. Statement Issued by PIB Says No Such Circular Issued

Full of Trash
Clean