लखनऊ: स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत के सपने को साकार करने के लिए सरकार ने स्वच्छ भारत मुहिम (Swachh Bharat Mission) की शुरुआत की थी. इस अभियान के तहत देश में स्वच्छता बनाए रखने के लिए कई सराहनीय कार्य भी किए गए. इसी मुहिम के तहत भारत के ग्रामीण इलाकों में शौचालयों का निर्माण किया गया और उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr) के इच्छावारी गांव (Ichhawari village) में भी शौचालय बनाए गए, लेकिन इसी गांव के सरकारी शौचालय (Government Toilet) से आई तस्वीरों ने यहां के लोगों को झुंझलाकर रख दिया है.
दरअसल, इस शौचालय की दीवारों पर इस्तेमाल किए गए टाइल्स में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) और देश के राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ (Ashoka Pillar) की तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है. बताया जाता है कि जब गांव के लोगों की नजर शौचालय की टाइल्स पर लगी तस्वीरों पर पड़ी तो उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. हालांकि इनमें से कुछ तस्वीरों को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया गया, जो तेजी से वायरल हो गईं.
महात्मा गांधी और अशोक स्तंभ की तस्वीरों वाली टाइल्स-
Tiles with images of Mahatma Gandhi & the national emblem found plastered on the walls of the toilets made under Swachh Bharat Mission in Bulandshahr's Ichhawari village. pic.twitter.com/sB0fkuq9UG
— ANI UP (@ANINewsUP) June 5, 2019
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में जिला प्रशासन ने ग्रामीण विकास अधिकारी संतोष कुमार (Rural Development Officer Santosh Kumar) को निलंबित कर दिया है, जबकि इस गांव की ग्राम प्रधान सावित्री देवी (village pradhan Savitri Devi) को भी नोटिस दिया गया और उनके विकास निधि खाते को फ्रीज कर दिया गया है. यह भी पढ़ें: पुलवामा आतंकी हमला: बाजार में आई 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' वाली टाइल्स, सार्वजनिक शौचालयों के लिए फ्री
इस रिपोर्ट में जगदीश कुमार नाम के एक ग्रामीण ने कहा है कि शौचालय की दीवारों पर गांधी जी की तस्वीर लगाकर सरकारी अधिकारियों ने अपराध किया है. राष्ट्रपिता के साथ इस तरह के आपराधिक कृत्य को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं.
गौरतलब है कि जिला पंचायती राज अधिकारी अमरजीत सिंह द्वारा दिए गए विवरण के मुताबिक, हाल ही में इछावली गांव में लगभग 508 शौचालय बनाए गए थे, जिनमें से 13 शौचालयों में गांधी जी और अशोक स्तंभ वाली टाइल्स लगाई गई थीं. हालांकि उन टाइल्स को हटा दिया गया है और इस मामले में ग्रामीण विकास अधिकारी को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.