ब्रिटिश युवती ने अपना सेक्स वीडियो फिल्माने पर लगाया 12 इजराइलियों पर गैंगरेप का झूठा आरोप, हुई गिरफ्तार
साइप्रस में जूठे गैंगरेप का केस दर्ज कराने पर एक 19 वर्षीय ब्रिटिश युवती को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि, जब महिला ने उन्हें बताया आयिया नापा के पार्टी रिसॉर्ट में एक होटल के कमरे में उसके साथ मारपीट और गैंगरेप किया गया.
साइप्रस में जूठे गैंगरेप का केस दर्ज कराने पर एक 19 वर्षीय ब्रिटिश युवती को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि, जब महिला ने उन्हें बताया आयिया नापा के पार्टी रिसॉर्ट में एक होटल के कमरे में उसके साथ मारपीट और गैंगरेप किया गया. उसके बाद इस मामले में हमने 12 इजरायली युवकों 17 जुलाई को संदिग्धों के रूप में हिरासत में लिया गया था. 19-वर्षीय युवती को रविवार को पुलिस ने तब गिरफ्तार कर लिया जब उसने 12 इजरायली युवकों पर लगाए गए गैंगरेप केस को वापस ले लिया और अपने बयान से मुकर गई. कोर्ट में युवती से जब पूछा गया कि उसने गैंगरेप का झूठा इल्जाम क्यों लगाया तो उसने कहा कि, उसकी सहमति के बिना यौन संबंध बनाते हुए उन लड़कों ने उसका सेक्स वीडियो बनाया गया और उसे ऑनलाइन डाल दिया. जिसकी वजह से उसे बहुत गुस्सा आया और उसकी बहुत बेइज्जती हुई. इसलिए उसने बदला लेने के लिए झूठी गैंगरेप की रिपोर्ट दर्ज कराई.
15 से 18 साल की उम्र के सभी 12 आरोपियों को 17 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. इनमें से पांच को गुरुवार को और बाकी को रविवार को रिहा कर दिया गया था, जिसमें सभी ने अपने ऊपर लगे आरोप को झूठा बताया. योना गोलूब गुरुवार को रिहा हुए पांच आरोपियों में से एक थे, उन्होंने एयरपोर्ट पर मीडिया से कहा कि मैं युवती पर मानहानि का मुकदमा करूंगा. सड़क पर चलते हुए लोग मुझे रेपिस्ट कहते हैं.
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बता दें कि सेना में शामिल होने से पहले इज़राइली युवक तीन अलग-अलग समूहों में साइप्रस में छुट्टी मनाने के लिए आए थे और इससे पहले एक दूसरे को नहीं जानते थे. उन्होंने दावा किया कि उस समय हम कमरे में नहीं थे और न ही लड़की को जानते थे. फाइनली सच बाहर आ ही गया. कोर्ट ने सभी बारह लड़कों को क्लीन चिट दे दी है, लेकिन लड़की के वकील का कहना है कि लड़की अभी भी पीड़ित है और क्योंकि उसे रिवेंज पॉर्न का शिकार बनाया गया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने वीडियो में लड़की को मदद के लिए आवाज उठाते नहीं पाया और वो वीडियो में हंसती हुई दिखाई दे रही है. इससे साबित होता है कि लड़की की सहमति से वीडियो बनाया गया. इसलिए लड़की पर झूठी रिपोर्ट लिखाने का आरोप है.