Viral Pics and Video: भारतीय शादियों (Indian Weddings) में दूल्हा (Groom) धूमधाम से बारात (Baraat) लेकर दुल्हन (Bride) के घर पहुंचता है और शादी के बाद अपनी दुल्हनियां को साथ लेकर लौटता है, लेकिन सोशल मीडिया पर एक अनोखी शादी की तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें दूल्हा घोड़े पर नहीं, बल्कि नाव (Boat) पर बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचता है. यहां इससे भी दिलचस्प बात तो यह है कि शादी के बाद दुल्हन की विदाई भी दूल्हे के साथ नाव पर ही होती है. दरअसल, भारी बारिश के चलते बिहार (Bihar) के समस्तीपुर (Samastipur) के एक गांव में सड़क नदी में तब्दील हो गई, जिसके चलते दूल्हे को नाव पर सवार होकर लड़की के घर बारात लेकर जाना पड़ा. बाढ़ के पानी के बीच ही शादी की सभी रस्में निभाई गईं और फिर नाव पर ही दुल्हन को विदा किया गया.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, बिहार के समस्तीपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में बाढ़ के कारण रास्ता न होने से नाव पर सवार होकर बारात लड़की के घर पहुंची. शादी की रस्म भी बाढ़ के पानी में ही पूरी की गई और दुल्हन को नाव से ही विदा किया गया. बारात और दुल्हन की विदाई की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. यह भी पढ़ें: बाढ़ में शादी टालने के बजाय पानी में बारात लेकर चल पड़ा दूल्हा, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मजेदार वीडियो (Watch Viral Video)
देखें तस्वीरें-
बिहार: समस्तीपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में बाढ़ की वजह से रास्ता न होने से नाव पर सवार होकर बारात लड़की के घर पहुंची। शादी की रस्म भी बाढ़ के पानी में ही पूरी की गई और दुल्हन को नाव से ही विदा किया गया। pic.twitter.com/TZcC87Ndlg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 10, 2021
देखें वीडियो-
#WATCH | Bihar: A wedding procession reached a bride's home in Samastipur's Gobarsittha village on boats & returned with her on the same, as the village is inundated due to rise in water level of Bagmati River. Three boats were arranged by the villagers for the procession. pic.twitter.com/10U3vq3mCW
— ANI (@ANI) July 10, 2021
बताया जा रहा है कि बागमती की बाढ़ के कारण गोबरसिठ्ठा गांव में हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा था. हालांकि दूल्हा शादी के लिए बैंडबाजे के साथ बारात लेकर लड़की के गांव के पास तो पहुंचा, लेकिन उसके घर तक जाने के लिए बाढ़ के पानी के कारण रास्ता नहीं था, लिहाजा दूल्हे और बारातियों को नाव से जाना पड़ा. गांव के लोगों ने दूल्हे और बारातियों के लिए तीन नाव की व्यवस्था की थी. दरवाजे पर बारात लगने के बाद बाढ़ के पानी के बीच ही शादी की सभी रस्में निभाई गईं और फिर दुल्हन को नाव से विदा किया गया.