Women's Day 2024: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से क्या है कनेक्शन है बैंगनी रंग का? जानें इस रंग का समृद्ध इतिहास!
दुनिया भर में महिलाओं की उपलब्धियों और उनके अथक संघर्षों से मिली सफलता का सम्मान करने के लिए हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. यह दिवस विशेष महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों पर प्रकाश डालता है और लैंगिक समानता हेतु किये गये कार्यों को मान्यता देता है. 8 मार्च को विभिन्न तरीकों से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सेलिब्रेट किया जाता है. लेकिन इस उत्सव में देखने योग्य जे समान बात है, वह है इस अवसर पर उपयोग किये जाने वाले आधिकारिक बैंगनी रंग. यहां हम बात करेंगे महिला दिवस से जुड़े इस रंग के इतिहास, प्रतीकवाद एवं नारी आंदोलन से उनके संबंधों के बारे में...
दुनिया भर में महिलाओं की उपलब्धियों और उनके अथक संघर्षों से मिली सफलता का सम्मान करने के लिए हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. यह दिवस विशेष महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों पर प्रकाश डालता है और लैंगिक समानता हेतु किये गये कार्यों को मान्यता देता है. 8 मार्च को विभिन्न तरीकों से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सेलिब्रेट किया जाता है. लेकिन इस उत्सव में देखने योग्य जे समान बात है, वह है इस अवसर पर उपयोग किये जाने वाले आधिकारिक बैंगनी रंग. यहां हम बात करेंगे महिला दिवस से जुड़े इस रंग के इतिहास, प्रतीकवाद एवं नारी आंदोलन से उनके संबंधों के बारे में...
महिला आंदोलन और बैंगनी रंग
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के इतिहास के पन्ने पलटने से पता चलता है कि 20वीं शताब्दी की शुरुआत में महिलाओं ने जिस मतदान के अधिकार के लिए संघर्ष किया था, उस समय बैंगनी, सफेद और हरे रंग का इस्तेमाल किया गया था. इन तीन रंगों में तीन खास बात जो थी, वह था, गरिमा के लिए बैंगनी रंग, शुद्धता के लिए सफेद और उम्मीद के लिए हरा रंग. इन रंगों का प्रयोग अकसर विरोध प्रदर्शन और रैलियों के दौरान बैनर, रिबन और मताधिकारों द्वारा पहने जाने वाले कपड़ों में इस्तेमाल किया जाता था.
बैंगनी रंग का शाही परिचय
वैसे महिला आंदोलनों से अलग भी रंगों का एक अपना इतिहास है, जो रायल्टी, विलासिता और महत्वाकांक्षा से जुड़ा है. बताया जाता है कि बैंगनी रंग एक शाही रंग जितना दुर्लभ था, जिसे बनाना महंगा और मुश्किल था, इसलिए इनका ज्यादातर उपयोग राजघरानों और रईशों द्वारा किया जाता था. बाद में यह रंग शक्ति का प्रतीक बन गया, जब यह नारीवादी आंदोलनों से जुड़ा. इसके अलावा बैंगनी रंग रचनात्मकता, कल्पना और आध्यात्मिकता से भी जुड़ा था. रंगों के ये गुण आदि काल से महिलाओं से जुड़े रहे हैं, उन्हें अक्सर संस्कृति, और रचनात्मकता के संरक्षक के रूप में भी देखा जाता है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के आधिकारिक रंग के रूप में बैंगनी रंग का उपयोग करने से यह दिन न केवल कार्यस्थल एवं राजनीति में महिलाओं की उपलब्धियों का उत्सव बनता है, बल्कि संस्कृति और समाज उनके योगदान को भी व्यापक समर्थन देते हुए इसका जश्न मनाया जाता है.यह भी पढ़े :International Women’s Day Quotes 2024: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कुछ प्रेरक और प्रभावशाली कोट्स!
गरिमा और शक्ति का प्रतीक
इस तरह हम देखते हैं कि विभिन्न ऐतिहासिक, प्रतीकात्मक और नारीवादी कारणों से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का रंग बैंगनी है. यह एक ऐसा रंग है, जो गरिमा, शक्ति, रचनात्मकता और आशा का प्रतिनिधित्व करता है, जिसका उपयोग संपूर्ण इतिहास में नारीवादी आंदोलनों में किया गया और आज भी नारी समानता के अधिकारों हेतु संघर्षरत महिलाओं की शक्ति का प्रतीक बना हुआ है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बैंगनी रंग का उपयोग करके हम उन महिलाओं का सम्मान करते हैं, जो हमसे पहले आईं और भावी पीढ़ी की महिलाओं को लैंगिक समानता की लड़ाई हेतु संघर्षरत रहने के लिए प्रेरित करते हैं.अंत में सभी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की अनंत शुभकामनाएं