Vastu Shastra: घर के मुख्य द्वार की साज-सज्जा कैसी हो? बुरी नजरों एवं नकारात्मकता से बचने के लिए अपनाएं ये आसान टिप्स!
वास्तु टिप्स (Photo: Wikimedia Commons)

घर हमारे व्यक्तित्व के मूल भाव को दर्शाता है. कोई व्यक्ति आपके घर आता है, तो वह सर्वप्रथम मुख्य द्वार से ही आपके घर में प्रवेश करता है. इसलिए मुख्य द्वार की सजावट वास्तु के अनुसार कराएं, ताकि अगर घर के निर्माण में किसी तरह का वास्तु दोष रह गया है तो उसे इसकी साज-सज्जा के वक्त उन दोषों को दूर करने के उपाय का विकल्प आपके पास रहता है. हम यहां घर के मुख्य प्रवेश द्वार की बात करेंगे. इसके लिए आपको बारीक से बारीक बातों पर ध्यान देना होगा, तो आइये जानते हैं वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार की साज-सज्जा कैसी होनी चाहिए, ताकि आपके अरमानों का आशियाना आपके लिए सुख, शांति एवं समृद्धि का प्रतीक बने. यह भी पढ़ें: Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में क्या है अंक ‘3’ का तिलिस्म? जानें ‘3’ नंबर का क्या है मायाजाल?

कुछ ऐसी पेंटिंग लगाएं

मुख्य द्वार से जिस कमरे में आप प्रवेश करते हैं, ध्यान रहे कि वह गंदा अथवा चिटका हुआ नहीं हो. यह नकारात्मकता का प्रतीक हो सकता है. वैसे भी गंदे घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता, साथ ही गंदे अथवा टूटे-फूटे घर में अशांति, विवाद एवं झगड़े होते रहते हैं. इसके साथ ही घर की दीवारों पर हिंसक जानवरों, भयावह अथवा महाभारत आदि की तस्वीर या पेंटिंग नहीं लगाना चाहिए, इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. बेहतर होगा कि बहती नदी, तैरती मछलियों, भागते घोड़े, उगते सूर्य या हंसते बच्चे की पेंटिंग लगाएं, और इन्हें पूर्व दिशा में लगाएं, इससे घर में शुभता एवं सकारात्मकता बनी रहती है.

घर के मुख्य द्वार की सज्जा ऐसे करें

मुख्य द्वार पर गेंदे के फूलों और अशोक की पत्तियों से बना तोरण लगाएं, सूखने पर इसे बदलते रहें. घर के सामने किसी भी तरह के कैक्टस के पौधे नहीं लगाएं, ये वास्तु दोष माने जाते हैं. मुख्य द्वार पर घोड़े की नाल लगा सकते हैं. इसके अलावा घर के मुख्य दरवाजे के ऊपर भगवान गणेश की तस्वीर लगाएं, ऐसा करने से घर की सारी बाधाएं दूर होती हैं. इसके अलावा रोली से स्वास्तिक चिह्न भी बना सकते हैं. स्वास्तिक के निशान आपके घर में बुरी शक्तियों को प्रवेश नहीं करने देतीं.

घर के मुख्य द्वार पर ये वस्तुएं जरूर रखें

घर के मुख्य द्वार के अगल बगल में सुंदर हैंगिंग फ्लावर प्लांट्स लगा सकते हैं. फूलों से घर में सकारात्मकता आती है. इसके साथ ही विंड चाइम ऐसी हो, जिसकी आवाज सुमधुर हो. सबसे ज्यादा जरूरी है कि घर के बाहरी हिस्से में किसी बर्तन में पक्षियों के लिए दाना पानी का बर्तन रखें और उन्हें नियमित दाना-पानी दें. ऐसा करने से नवग्रह प्रसन्न होते हैं. चिड़ियों की चहचहाहट से घर में सकारात्मकता आती है.

सफेद रंग का इस्तेमाल सोच-समझ कर करें

घर की मुख्य कमरे की पेंटिंग करवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि सफेद रंगों का कम से कम इस्तेमाल करें, क्योंकि सफेद रंगों के ज्यादा इस्तेमाल से घर के लोग काम से ज्यादा आराम और भोग विलास में रत रहते हैं. विशेष कर अगर आपकी कुंडली में शुक्र का प्रभाव ज्यादा है तभी सफेद रंगों का एक दो जगह इस्तेमाल कर सकते हैं, अन्यथा वास्तु के नजरिये से घरों में सफेद रंग का इस्तेमाल अशुभता का प्रतीक माना गया है. बेहतर होगा इस विषय में आप किसी ज्योतिष से भी राय ले लें.