हर तरफ नजर आनेवाली बर्फीली पहाड़ियां, नीले-नीले आसमान, हरी-भरी वादियां और बेहद शांत वातावरण कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं. कश्मीर घाटी की इसी सुंदरता (Beauty Of Kashmir Valley) के चलते इसे धरती का स्वर्ग (Heaven on Earth) कहा जाता है. सबसे खास बात तो यह है कि जो भी एक बार प्रकृति के अनमोल तोहफे से सजी कश्मीर घाटी का दीदार कर लेता है, वो वहां बार-बार जाने के बहाने ढूंढने लगता है. धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर घाटी के मध्य में बसा श्रीनगर भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है और यह जम्मू-कश्मीर प्रांत की राजधानी भी है.
बेशक कश्मीर घाटी को प्रकृति ने सुंदरता के अनमोल तोहफे से नवाजा है, लेकिन नियंत्रण रेखा पर आए दिन पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों के जरिए घाटी की सुंदरता को खराब करने की कोशिश में लगा रहता है. हालांकि एलओसी पर बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला किया है. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर से लद्दाक को अलग कर दिया गया है.
हर साल दुनिया भर से भारी तादात में सैलानी कश्मीर घाटी की खूबसूरती का दीदार करने के लिए आते हैं, लेकिन यहां की कई और खासियते हैं, जिनकी वजह से कश्मीर दुनियाभर में मशहूर है. चलिए एक नजर डालते हैं कश्मीर की अन्य खासियतों पर... यह भी पढ़ें: हिमालय की गोद में बसा है भारत का स्विट्जरलैंड, एक बार करेंगे दीदार तो भूल जाएंगे यूरोप की सैर
1- शिल्प कला
जम्मू-कश्मीर की शिल्प कला का हर कोई दीवाना है. यहां के बुने हुए कालीन, रेशम के कालीन, गलीचे, ऊनी शाल, मिट्टी के बर्तन और कुर्ते पर उकेरी जानेवाली खूबसूरत कलाकारी दुनिया भर में मशहूर है. यहां की शिल्प कला इस घाटी की सुंदरता की तरह ही बेहद खूबसूरत मानी जाती है.
2- पशमीना शाल
कश्मीर में बनने वाली पशमीना शाल दुनियाभर में अपनी एक अलग पहचान रखती है. इस शाल को व्यक्ति के लिए रॉयल्टी की निशानी भी माना जाता है. असली पशमीना शाल को छूने पर वह वजन में बेहद हल्की और मुलायम महसूस होती है. इस शाल को चांगरा बकरियों के ऊन से तैयार किया जाता है जो समुद्र तल से करीब 14,000 फुट की ऊंचाई पर पाई जाती हैं.
3- कश्मीरी केसर
कश्मीर की क्यारी में उगे केसर के चर्चे दुनियाभर में होते हैं. जम्मू के किश्तवाड़ और कश्मीर के पंपूर में केसर की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. यहां के केसर को खरीदने के लिए लोगों को मोटी कीमत चुकानी पड़ती है. अव्वल दर्जे के केसर की पैदावार कश्मीर घाटी को और खास बनाती है.
4- लजीज व्यंजन
अगर आप नॉनवेज खाने के शौकीन है तो कश्मीर के लजीज पारंपरिक नॉनवेज व्यंजन खाकर आप यहां के गुणगान करने पर मजबूर हो जाएंगे. रोगन जोश, योगर्ट लैंब करी, कश्मीरी पुलाव यहां के खास व्यंजनों में शुमार हैं, कश्मीर जितना सुंदर है यहां के लजीज पकवान उतने ही स्वादिष्ट माने जाते हैं. यह भी पढ़ें: जन्नत से कम नहीं हैं भारत के ये 5 खूबसूरत गांव, इनकी सुंदरता देख आप भी जाना चाहेंगे बार-बार
5- कश्मीरी संगीत
कहा जाता है कि कश्मीर में इस्तेमाल होने वाले संगीत के वाद्ययंत्रों का आविष्कार ईरान में हुआ था, रबाब यहां का लोकप्रिय लोक संगीत है. यहां संगीत को सूफियाना कलाम कहा जाता है. कश्मीर की महिलाएं जो पारंपरिक नृत्य करती हैं उसे रूफ कहा जाता है. यहां का संगीत धरती के जन्नत कहे जाने वाले कश्मीर को और खास बनाता है.
गौरतलब है कि श्रीनगर के डल झील में लकड़ी के तैरते हुए हाउस बोट, तैरते हुए बाजार और तैरते हुए वेजिटेबल गार्डन पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. यहां लकड़ी की नाव को बेहद खूबसूरती से सजाया जाता है, जिसे शिकारा कहा जाता है. शिकारा में बैठकर घंटों तक डल झील का दीदार करने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं. अगर आप धरती पर जन्नत का दीदार करना चाहते हैं तो अपने जीवन में एक बात कश्मीर घाटी की सैर जरूर करें.